नयी दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खाद्यान्नों का रिकॉर्ड उत्पादन करने के लिए किसानों की तारीफ करते हुये गुरुवार को कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है।
कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुये कहा “सरकार देश के किसानों की आय दुगुनी करने के लिए दिन-रात प्रयत्नशील है। किसानों की हर जरूरत को समझते हुये, उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए सरकार प्रयासरत है। कृषि उपकरण और बीज खरीदने से लेकर बाजार में कृषि उत्पाद पहुंचाने और बेचने तक की पूरी प्रक्रिया में किसानों को अधिक सुविधा और सहायता मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है।”
उन्होंने कहा कि चिलचिलाती धूप, मूसलाधार बारिश, बर्फ-बारी तथा अन्य विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुये देश के मेहनती किसानों ने दिन-रात एक करके खाद्यान्नों का रिकॉर्ड उत्पादन किया है, डेयरी उत्पादों और मछली-पालन तथा अन्य क्षेत्रों में इज़ाफा किया है। हमारे किसान भाई-बहन हमारी अर्थव्यवस्था का आधार तो हैं ही, वे हमारे देश की परम्पराओं के संरक्षक भी हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि खेती पर लागत कम करने, किसानों को फसलों की उचित कीमत दिलाने, नये बाजार मुहैया कराने तथा कृषि क्षेत्र में आय के नये साधन जोड़ने के लिए सरकार नयी सोच के साथ काम कर रही है। बाइस फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को फसल की लागत के डेढ़ गुना से अधिक करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। वैज्ञानिक तरीकों से खेती में मदद मिले, इसके लिए देश भर में कृषि विज्ञान केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। मिट्टी की सेहत के बारे में किसानों को जानकारी देने के लिए 17 करोड़ से ज्यादा मृदा स्वास्थ्य कार्ड बाँटे गये हैं। खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा यूरिया का दुरुपयोग रोकने के लिए यूरिया की शत-प्रतिशत नीम कोटिंग भी की गई है।