जयपुर। राजस्थान विधानसभा में गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण के देने के लिये पारित गये विधेयक पर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि वह समाज के लोगों से विचारविमर्श के बाद ही आंदोलन के बारे में फैसला करेंगे।
बैंसला ने विधानसभा में पारित विधेयक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो यह हमें स्वीकार है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बैंसला ने कहा कि हम विधेयक में किए गए प्रावधान का अध्ययन करेंगे कि यह न्यायालय में टिक पाएगा या नहीं। इसके बाद वह समाज के सभी लोगों से बातचीत करेंगे, उसके बाद ही आंदोलन के बारे में फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश और अन्य राज्यों की तरह कानून बनाकर गुर्जरों को आरक्षण दिया जा सकता है।
उधर, विधेयक पर संतोष जताते हुए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि सरकार ने अपना काम कर दिया है। उन्होंने विधेयक का समर्थन करने पर विपक्ष को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक ऐतिहासिक है। इसमें कानून के दायरे में ही कदम उठाया गया है। इसके लिए सरकार बधाई का पात्र है। सरकार ने आंदोलनकारियों की सभी मांगें मान ली हैं।
इससे पहले झुंझुनूं में गुर्जरों ने झुंझुनू-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर, देसुसर मठ बस स्टैंड पर गुर्जरों ने जाम लगा दिया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित गुर्जर समाज के लोग सड़क पर पत्थर डालकर दोनों तरफ आवाजाही का रास्ता अवरुद्ध करके बैठ गए।
गुर्जरों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पांच प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की। जाम की वजह से यातायात बाधित हुआ। वाहनों को दूर दराज से ही रोक लिया गया। जिससे बीड़ पुलिस चैक पोस्ट के पास वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।