अजमेर। राजस्थान में अजमेर के डीजल लोको एवं वैगन कारखाना की स्मृतियां संजोए रखने के लिये रेल मंत्रालय के निर्देश पर ‘धरोहर पदयात्रा’ का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्य कारखाना प्रबंधक (स्थापन) केसी मूंदड़ा ने बताया कि अजमेर में रेलवे ने डीजल लोको एवं वैगन कारखाने की स्थापना वर्ष 1876 में की थी। अपनी स्थापना से लेकर अब तक इसने करीब 144 वर्षों में कई तकनीकी एवं सांस्कृतिक परिवर्तनों को देखा तथा एतिहासिक स्मृतियों को संजोकर रखा।
इन्हीं स्मृतियों को अजमेर के सामान्यजन से साझा करने के उद्देश्य से 23 फरवरी को पूर्वान्ह ग्यारह बजे गवर्नमेंट कॉलेज के सामने लाल फाटक स्थित डीजल लोको एवं वैगन कारखाने में धरोहर पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर देश के प्रथम आयातित शंटिग भाप इंजन आईएसआर 421 का परिचालन, ऐतिहासिक घड़ी, विरासत दीर्घा, विरासत कक्ष को आमजन के प्रदर्शन के लिए खोला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे की ऐतिहासिक धरोहरों से सामान्य नागरिकों को अवगत करवाने के उद्देश्य से इसी महीने भारतीय रेलवे के सभी कारखानों, उत्पादन इकाइयों एवं स्टेशनों पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।