नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के एक जवान राजेन्द्र गौतम ने अपनी जान की परवाह किये बिना कुंभ मेले में स्नान के लिए गए एक बुजुर्ग को डूबने से बचा लिया लेकिन इस दौरान रीढ की हड्डी में गंभीर चोट लगने से उनकी जान चली गई।
गत 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान के दौरान संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी और गौतम अपनी टीम के साथ कुंभ मेले के सेक्टर 20 में तैनात थे। उन्होंने देखा कि एक बुजुर्ग ने नदी में स्नान करते समय डुबकी लगाने के लिए बेरिकेड को पार कर दिया।
बुजुर्ग को नदी के तेज बहाव में बहते देख गौतम ने उन्हें बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान उनकी रीढ की हड्डी में किसी सख्त चीज से गंभीर चोट लगी लेकिन उन्होंने इसकी परवाह किए बिना बुजुर्ग को बचा लिया।
गौतम को तुरंत विमान से सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ऑपरेशन किया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और गुरूवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
कर्तव्य का निर्वहन करते हुए प्राणों की बाजी लगाने वाले गौतम को आज एनडीआरएफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। हिमाचल प्रदेश के गौतम वर्ष 2004 में एनडीआरएफ में भर्ती हुए थे। इस दौरान उन्होंने कई आपदाओं के दौरान राहत और बचाव अभियानों में हिस्सा लिया।