नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकवादी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के 40 जवानों को ‘शहीद’ का दर्जा नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर शहादत देने वाले अर्धसैनिक बलों को जवानों को भी ‘शहीद’ का दर्जा दिया जाएगा।
गांधी ने शनिवार को यहां विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ ‘शिक्षा दशा और दिशा’ विषय पर आयोजित विचार-विमर्श के दौरान कहा कि आज अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता है लेकिन, कांग्रेस की सरकार आयेगी तो उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह हाल ही में एक शहीद के परिवार के सदस्यों की पीडा में शरीक होने के लिए शामली गये थे। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि शहीद होने का दर्द क्या होता है। उनके जख्मों को मैं समझता हूं। मेरे पिता शहीद हुए थे और विस्फोट में उनके शरीर के चिथडे-चिथड़े उड गए थे। मेरी दादी शहीद हुई और उनके शरीर को 32 गोलियों से छलनी कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि वह जब शहीदों के परिवार के सदस्यों से बात कर रहे थे तो उनकी स्थिति को वह भीलीभांति समझ रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे यहां हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। हिंसा का जो शिकार हुए हैं उनको मालूम है कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है।