नई दिल्ली। देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व सोमवार को श्रद्धा और भक्ति के माहौल में मनाया गया और शिवालयों में श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर को जल, बेल पत्र आदि अर्पित किए, महाशिवरात्रि पर प्राचीन धार्मिक नगरी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
कड़ी सुरक्षा के बीच लाखों देशी-विदेशी श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर समेत तमाम शिवालयों में ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे के बीच बाबा भोले की पूजा-अर्चना की। बाबा विश्वनाथ मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान कर दर्शन के लिये लगी लंबी-लंबी कतारों में लग गए थे, वहीं लंबी कतारों में जमे कावंडियों द्वारा लगाए जा रहे जयकारे माहौल को भक्तिमय बना रहे थे। प्रयागराज कुंभ से कल्पवास के बाद आए हजारों नागा साधुओं एवं संतों ने पारंपरिक रूप से पेशवाई जुलूस निकाला और बाबा का दर्शन-पूजन किया।
प्रयागराज में कुंभ मेले के अंतिम मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं का जोश हिलोरे मारता दिखाई पड़ा। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर चहुंओर स्नानार्थियों की भीड़ पवित्र डुबकी लगाने को बेकरार दिखी। संगम की रेत पर बसे कुंभ नगर में इस दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे।
मध्यप्रदेश में महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख उज्जैन स्थित भगवान महाकालेश्वर में महाशिवरात्रि पर्व के मौके कल देर रात से ही मंदिर के कपाट खुले रहने के चलते हजारों श्रद्धालुओं के दर्शनों का सिलसिला लगातार जारी है। यहां महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव के विवाहोत्सव के रूप में मनाये जाने के कारण शिव नवरात्रि पर्व के रुप में मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि के पूर्व भगवान महाकालेश्वर को अलग-अलग स्वरुपों में महंगे आभूषणों से प्रतिदिन श्रृंगारित किया जाता है। इसके अलावा महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान को विशेष रूप से पुराने समय से क्विंटलों फूलों से सजाया जाता है, जिसे आम श्रद्धालु सेहरा कहते हैं। इसके साथ ही मंदिर में प्रतिदिन तड़के होने वाली भस्माती वर्ष में केवल एक बार महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन दोपहर में होती है।
छत्तीसगढ़ के राजिम में महाशिवरात्रि के अवसर पर राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों की संख्या में साधु-संत एवं नागा साधुओं ने अपने-अपने अखाड़े और पारंपरिक अस्त्र-शस्त्रों के साथ शोभायात्रा निकाली। पर्व स्नान के दौरान शोभायात्रा का स्वागत करने धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू समेत अन्य आला अधिकारी भी मौजूद थे।
इस अवसर पर साहू ने भी त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। मेले में बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया। हॉलैंड से आए जेर्डी ने आज अपनी पत्नी के साथ पूरे मेला स्थल का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने मेले की हर गतिविधि को अपने कैमरे में कैद किया।
जम्मू-कश्मीर की शीत कालीन राजधानी जम्मू में बम-बम भोले के जयकारे के साथ शिवरात्रि का पर्व मनाया गया। जम्मू के अलग-अलग क्षेत्रों में शिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। जम्मू स्थित रानबिरेश्वर मंदिर और श्री रघुनाथ मंदिर विशेष पूजा के इंतजाम किए गए हैं।
गुजरात स्थित भगवान शिव के 12 में से प्रथम ज्योर्तिलिंग सोमनाथ मंदिर समेत राज्य भर के हजारों छोटे-बड़े शिवालयों में शिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। देवभूमि द्वारका जिले में स्थित एक अन्य ज्योर्तिलिंग मंदिर नागेश्वर मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों की कतार लगी हुई है। मिनी कुंभ का दर्जा प्राप्त जूनागढ़ के गिरनार के निकट आयोजित पांच दिवसीय भवनाथ मेले का आज अंतिम दिन है और मध्य रात्रि में होने वाले नागा बाबाओं के जुलूस के दर्शन के लिए वहां भक्तों की भारी भीड़ जुटेगी।
राजस्थान में जयपुर के ताड़केश्वर महादेव मंदिर एवं झारखंड महादेव मंदिर सहित अन्य शिव मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तों ने शिवालयों में दूध और जल से अभिषेक किया तथा बेर, धतूरा, बेल पत्र, आक के फूल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना की। इस बार महाशिवरात्रि पर स्वार्थ सिद्धि योग और सोमवार का दिन होने के साथ शिव योग का दुर्लभ संयोग बनने से भी शिवालयों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। दुर्लभ संयोग के कारण शिवालयों में रात तक भगवान शिव की पूजा अर्चना का सिलसिला जारी रहेगा।
बिहार में विभिन्न स्थानों पर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर गंगा समेत विभिन्न नदियों एवं तालाबों में लोग पवित्र स्नान कर शिवालय मंदिर में बेलपत्र और फल लेकर कतारबद्ध होकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। राजधानी पटना के बोरिंग रोड चौराहा, कदमकुआं शिवालय, शक्ति शिव मंदिर समेत विभिन्न मंदिरों में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरुष कतारबद्ध होकर पूजा अर्चना कर रहे हैं।
पटना में बड़ी संख्या में शिव की झांकी और बारात निकाली जाती है जिसमें लोग तरह-तरह की वेशभूषा धारण करते हैं। इस पर्व में भगवान शिव पक्ष के बाराती में शामिल श्रद्धालु सामान्य भोजन का सेवन करते हैं जबकि मां पार्वती पक्ष के लोग निराहार रखकर इस पर्व को मनाते हैं।
उत्तराखंड के हरिद्वार में सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों में जलाभिषेक किया। तीर्थ नगरी में कई दिनों से कांवड़ियों का जमावड़ा लगा हुआ है। शिव भक्त जल भरने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। हरिद्वार के कनखल स्थित दक्ष मंदिर में भी सुबह चार बजे से ही श्रद्वालुओं की भीड़ देखने को मिली।
लोग लंबी कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। कनखल स्थित दक्ष मंदिर भगवान भोलेनाथ की ससुराल मानी जाती है। शिवरात्रि के दिन मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है। इसके अलावा देश के अन्य शहरों में भी महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया।