नई दिल्ली। मोदी सरकार के कटु आलोचकों में शामिल पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के शामिल होने की तारीफ करते हुए इसे बड़ी राजनयिक जीत करार दिया है और कहा है कि वह संगठन के निमंत्रण की आलोचना कर गलत कर रहे थे।
सिन्हा ने कहा कि भारत सरकार ने ओआईसी की बैठक के उद्घाटन सत्र में शामिल होने के आमंत्रण को स्वीकार कर बडी राजनयिक जीत हासिल की है और इस संगठन ने कश्मीर मुद्दे पर अपना रुख बदला है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें अब एहसास हुआ है कि इस बैठक में विदेश मंत्री के शामिल होने की आलोचना कर वह गलत कर रहे थे।
स्वराज ने आबू धाबी में एक मार्च को 57 इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि यह संगठन अब नई शुरुआत कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि इस नई शुरुआत से इस्लामिक देशों के इस संगठन की न सिर्फ अपने लोगों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए मानवता की खुशहाली और शांति के लिए काम करने की जिम्मेदारी है।
सिन्हा ने सोमवार को ट्वीट किया कि मैं गलत था। हमने जम्मू कश्मीर को लेकर ओआईसी के बदले रुख के तौर बहुत बडी कामयाबी हासिल की है। अटल विहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में विदेश मंत्री रहे सिन्हा ने मोदी सरकार के इस बैठक में शामिल होने का आमंत्रण स्वीकार करने पर कहा था कि इस आमंत्रण को स्वीकार कर हम उसे (ओआईसी) सम्मान और मान्यता दे रहे हैं। क्या हमें जम्मू कश्मीर को लेकर ओआईसी में पारित पिछले सारे प्रस्ताव स्वीकार करने चाहिए। वैसे इस बैठक में भी जम्मू कश्मीर को लेकर भारत के रुख की आलोचना की गई है।