इस्लामाबाद। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठबन जमात-उत-दावा के पाकिस्तान के रावलपिंडी में चल रहे अस्पताल, डिस्पेंसरियों और मदरसों को बुधवार को सील कर दिया गया।
‘डॉन टीवी न्यूज’ ने उपायुक्त कार्यालय सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी कि संघीय सरकार के आदेश पर रावलपिंडी जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया। प्रशासन से चकराह और आदियाला रोड पर स्थित जमात-उद-दावा की ओर से चलाए जा रहे एक मदरसा, अस्पताल और दाे डिस्पेंसरियों को सील कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार प्रतिबंधित संगठन की ओर से चलाये जा रहे सभी प्रतिष्ठानाें की सूची तैयार की गयी है और जिला प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। सूत्रों ने साफ किया कि कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की गिरफ्तारी नहीं की गयी है।
जमात-उद-दावा की ओर से तालागंग इलाके में चलाए जा रहे ‘मदरसा खालिद बिन वालीद’ और चकवाल के रेलवे रोड पर स्थित ‘मदरसा दारस सलाम’ के खिलाफ मंगलवार को कार्रवाई की गयी। इन संस्थानों के कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की गई है।
गृह मंत्रालय की ओर से भी मंगलवार को घोषाणा की गई की कि निगरानी में रखे गए प्रतिबंधित संगठन 44 सदस्यों को एहतियातन हिरासत लिया गया है। पूछताछ के लिए जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनमें आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद(जेईएम) के सरगना मसूद अजहर का भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ और बेटा हमद अजहर भी शामिल है।
सरकार ने सोमवार को एक अधिसूचना जारी की जिसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 2019 के एक आदेश को अमल में लाने को लेकर कानूनी वैधता प्रदान की गई। इसके तहत सुरक्षा परिषद की ओर से आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किए गए व्यक्तियों तथा संगठनों की संपत्तियों को जब्त या सील करने का प्रावधान है।