अजमेर। राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की ओर से आज अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 807वें सालाना उर्स के मुबारक मौके पर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए गए।
राज्यपाल के परिसहाय डा. दीपक एवं सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) डॉ. लोकेंद्र चन्द्र शर्मा चादर लेकर जयपुर से अजमेर शरीफ पहुंचे। बाद में राज्यपाल की चादर को कव्वालियों के साथ जन्नती दरवाजे से ले जाकर ख्वाजा की पवित्र मजार पर पेश कर अमन, चैन एवं शान्ति के लिए दुआ की गई।
इसके बाद डॉ. शर्मा ने राज्यपाल का संदेश पढ़कर सुनाया। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें खुशी है कि वह ख्वाजा साहब के 807वें सालाना उर्स पर चादर पेश कर रहे हैं। ख्वाजा साहब इंसानियत, गरीब और यतीमों के लिये समर्पित रहे, इसीलिए उन्हें गरीब नवाज के रूप में पहचाना जाता है। उन्होंने प्रदेश की खुशहाली की दुआ की।
वीआईपी खादिम मुकदस मोईनी ने चादर पेश कराई। इस दौरान दोनों अंजुमन एवं दरगाह कमेटी की ओर से दस्तारबंदी की गई। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से भी पवित्र मजार पर चादर पेश कर उर्स की सफलता की कामना की गई।
अजमेर प्रशासन ने की चादर पेश, मांगी उर्स की सफलता की दुआ
प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 807वें सालाना उर्स के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने के लिए शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से दरगाह शरीफ पर चादर पेश की गई।
संभागीय आयुक्त एलएन मीना, जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सहित जिला स्तरीय अधिकारियों ने मजार शरीफ पर चादर पेश कर उर्स के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने की दुआ मांगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री आनंदी लाल वैष्णव, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अशोक योगी, उपखण्ड अधिकारी अर्तिका शुक्ला, प्रशिक्षु आईएएस तेजस्वी राना सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। खादिम मुकद्दस मोईनी ने उन्हें जियारत कराई।