रांची। आस्ट्रेलिया से रांची में तीसरा वनडे हारने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वह लक्ष्य का पीछा करने को लेकर आश्वस्त थे लेकिन लगातार विकेट गंवाने से मैच हाथ से निकल गया। इसी के साथ कप्तान ने अगले मैचों में बदलाव के संकेत देकर खिलाड़ियों को खेल सुधारने के निर्देश भी दे दिए हैं।
भारतीय टीम के पास रांची में तीसरा मैच जीतकर पांच मैचों की सीरीज कब्जाने का मौका था लेकिन 32 रन की हार के साथ मेजबान टीम इससे चूक गई। इस मैच में विराट ने 123 रन की शतकीय पारी खेली लेकिन शिखर धवन और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने फिर निराश किया जिसने पहले विकेट के लिए 11 रन ही जोड़े। विराट के अलावा विजय शंकर ने 32 रन बनाकर दूसरी बड़ी पारी खेली।
विराट ने मैच के बाद माना कि उनसे स्थिति का जायजा लेने में भी गलती हुई। उन्होंने कहा कि हम आस्ट्रेलिया से मिले 314 रन के लक्ष्य का पीछा करने को लेकर आश्वस्त थे खासकर जब हमने मैक्सवेल को रनआउट किया था। हम पूरी तरह से सकारात्मक थे। लेकिन हमने स्थिति को भी ठीक से नहीं आंका।
कप्तान ने हंसते हुए कहा कि हमें बताया गया था कि साढ़े सात बजे के करीब यहां ओस होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। हमसे शायद स्थिति की समीक्षा करने में गलती हुई। इस विकेट पर ज्यादा बदलाव नहीं आया और ऐसे में जो भी गेंद हमारे पास थी उससे ही हमें खेलना था।
विराट ने साथ ही कहा कि बल्लेबाजों ने जिस तरह जल्द विकेट गंवाए उससे भी लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल हुआ। उन्होंने कहा कि हर एक विकेट गंवाने के साथ स्थिति मुश्किल होती जा रही थी। तीन विकेट गंवाने के बाद भी मौका था लेकिन जब पांच विकेट गिर जाते हैं तो स्थिति हाथ से निकल जाती है। मेरे और विजय के आउट होने के बाद तो हमारे पास फिर वापसी की स्थिति ही नहीं बची। वैसे कोई भी टीम विकेट नहीं गंवाना चाहती है।
बल्लेबाज़ी से लगातार प्रभावित कर रहे स्टार खिलाड़ी विराट ने हालांकि टीम का बचाव किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने क्रिकेट पर गर्व है। हमने कुछ विकेट गंवाने के बावजूद अच्छी साझेदारी निभाई लेकिन एक साथ तीन विकेट गिरना अच्छा नहीं था। जो खिलाड़ी जल्द आउट हुए उन्हें अगले मौकों को भुनाना होगा।
निजी प्रदर्शन को लेकर विराट ने कहा कि मैंने जिस तरह से यह पारी खेली वह मेरी अब तक की सबसे अच्छी और सहज पारियों में थी क्योंकि मैं गेंद को अच्छे से हिट कर पा रहा था। जब तीन विकेट गिर भी गए तो मुझे लगा कि हम लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। मैंने अपना स्वभाविक खेल खेलने पर ध्यान दिया क्योंकि वह मेरा सर्वश्रेष्ठ तरीका है।
उन्होंने कहा कि मैं हालांकि इस बात से निराश हूं कि जब अंतर मात्र 20 रह गया तो मैं आउट हो गया। लेकिन हमें अगले मैच में कुछ बदलाव करने होंगे। लेकिन इसके पीछे कोशिश खिलाड़ियों को यह बताने की रहेगी कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ और मैच विजयी प्रदर्शन करने पर ध्यान लगायें ताकि इंग्लैंड रवाना होने से पहले उनका खेल अपने सर्वाेच्च स्तर पर हो।