नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अदम्य साहस और असाधारण वीरता का परिचय देने वाले सेनाओं के रणबांकुरों तथा कर्तव्य के प्रति समर्पित सैन्यकर्मियों को आज यहां वीरता तथा विशिष्ट सेवा पुरस्कारों से सम्मानित किया।
कोविंद ने गुरूवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में इन सैन्यकर्मियों को इनके शौर्य तथा सेवाओं के लिए पुरस्कार प्रदान किए। इनमें तीन कीर्ति चक्र और 15 शौर्य चक्र शामिल हैं। दो कीर्ति चक्र और एक शौर्य चक्र मातृभूमि के लिए प्राणों की बाजी लगाने वाले सैनिकों को मरणोपरांत दिया गया।
राष्ट्रपति ने कर्तव्य के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए 15 परम विशिष्ट सेवा पदक, एक उत्तम युद्ध सेवा पदक और विशिष्ट सेवाओं के लिए वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को 25 अति विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किए।
राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही ब्रह्मपाल सिंह तथा कांस्टेबल राजेन्द्र कुमार नैण को मरणोपरांत कीर्ति चक्र और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के हैड कांस्टेबल धनावड़े रविन्द्र को मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया गया। इनके परिजनों ने ये पुरस्कार गृहण किए। जाट रेजिमेंट के मेजर तुशार गाबा को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
सेना के मेजर आदित्य कुमार को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। मेजर आदित्य ने जम्मू कश्मीर में एक जेसीओ पर घातक तरीके से पत्थरबाजी कर रहे स्थानीय लोगों पर फायरिंग का आदेश देकर जेसीओ की जान बचाई थी। जम्मू कश्मीर ने इसके लिए उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की थी। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
शौर्य चक्र से सम्मानित किए जाने वालों में सीआरपीएफ के हैड कांस्ट्रेबल एएस कृष्ण, कांस्टेबल के दिनेश राजा, कांस्टेबल पी कुमार, सेना के कैप्टन वीजे राजेश , कैप्टन केपी सिंह, गनर रंजीत सिंह, कैप्टन पी राजकुमार, नायब सुबेदार विजय कुमार यादव, मेजर पवन गौतम, इंजीनियर महेश एचएन, कैप्टन अभिनव चौधरी, लांस नायक अयूब अली और मेजर अमित कुमार डिमरी शामिल हैं।