जैसलमेर। पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी देश की सामरिक गोपनीय सूचनाएं देते हुए पकड़े गए जैसलमेर के सम थाना क्षेत्र में पाकिस्तानी जासूस नवाब खान को आज एरिया वेरिफिकेशन के लिए जयपुर से जैसलमेर लाया गया।
पुलिस उपअधीक्षक हरी चरण मीणा के नेतृत्व में जैसलमेर पहुंची टीम ने उसे जैसलमेर के कई स्थानों पर ले जाकर वेरिफिकेशन करवाया जहां की जानकारी उसने सीमा पार आईएसआई को भिजवाई थी। तीन दिन पूर्व जयपुर में विशेष थाना पुलिस द्वारा गिरफतार किए गए नवाब खान को न्यायालय द्वारा तीन दिन के पुलिस रिमांड में सौंपा हुआ हैं।
मीणा ने बताया कि आरोपी नवाब खान जैसलमेर के रेतीले धोरों पर आने वाले सैलानियों के अलावा सेना, बीएसएफ एवं अन्य सुरक्षा पर्सनल को यहां के टीलों पर घुमाने के दौरान उनसे बातों ही बातों में जानकारी जुटा कर सीमा पार आईएसआई को भिजवा रहा था।
उन्होंने बताया कि आरोपी को जैसलमेर के मुख्य डाकघर ले जाया गया जहां पर उसने अपना आधारकार्ड देकर पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आईएसआई द्वारा पाकिस्तान से वेस्टर्न मनी ट्रांसफर द्वारा भेजे गए 5000 रुपए प्राप्त किए थे। इसके अलावा उसे जैसलमेर शहर, दामोदरा, सम, उसके गांव आदि अन्य विभिन्न स्थलों पर ले जाकर वेरिफिकेशन करवाया गया। उसको आईएसआई द्वारा बहुत मोटा पैसा भेजने का लालच दिया गया था।
अतिरिक्त महानिदेशक (इंटेलिजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि सम थाना अन्तर्गत गांगा की बस्ती निवासी नवाब खान पिछले एक साल से आईएसआई को देश की गोपनीय एवं सामरिक सूचनाएं, फोटोग्राफ भिजवा रहा था। पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैण्डलर उसे प्रतिदिन कॉल करके देश की गोपनीय जानकारी हासिल कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि पुलवामा आतंकवाद हमले के बाद उसे सेना की गतिविधियां की जानकारी जुटाने का स्पेशल टास्क दिया जा रहा था। इस संदर्भ में उसके द्वारा प्रतिदिन सीमा पार आईएसआई को फोन किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि आरोपी सोशल साईट एवं वॉट्सअप आदि के जरिये वीडियो कॉल कर देश की सूचनाएं एवं सामरिक महत्व के फोटो एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी मुहैया करवा रहा था। उसे हवाला के जरिए पाकिस्तान से बड़ी मात्रा में राशि मिलने की बात सामने आई है।
पूछताछ में आरोपी ने स्वीकारा हैं कि गत वर्ष वह शुरूआत में पाकिस्तान गया था वहां पर निवास कर रहे रिश्तेदार ने पाकिस्तानी खुफिया ऐजेन्सी आईएसआई के एक हैण्डलर से मिलवाया था तथा भारत से पाकिस्तान के लिये जासूसी करने के लिए तैयार किया था। तब से वह लगातार देश की सामरिक एवं गोपनीय सूचनाएं सीमा पार भेज रहा था। कुछ समय पूर्व उस पर शक होने पर उस पर नजर रखी जा रही थी।