भरतपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शिक्षा, किसान, पेयजल जैसे मुद्दों के स्थान पर राम मंदिर को लेकर बहस हो रही है जिससे देश में भ्रम का माहौल पैदा किया जा रहा है।
गहलोत आज भरतपुर के पहाड़ी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सैनिक हमारे रक्षक हैं उनके प्रति हम जितनी श्रृद्धा रखें वह कम है, लेकिन मोदी अब इनके नाम पर ही राजनीति कर रहे हैं, लोकतंत्र में यह तरीका सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोगों की अवधारणा बन चुकी है कि मोदी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। किसी भी देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की धारणा बनना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में नौ लाख मजदूर से बढ़ाकर 25 लाख मजदूर कर दिए गए हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी मनरेगा को बर्बाद कर देना चाहती थी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा यह कहा गया था कि किसानों की आमदनी दुगुनी की जाएगी, 100 स्मार्ट सिटी बनाई जाएगी, लेकिन ना तो अब तक कोई स्मार्ट सिटी बनी और ना ही किसानों की आमदनी दुगुनी हुई है।
उन्होंने कहा कि इस वक्त जो सबसे बड़ा वर्ग मोदी सरकार के खिलाफ है वह किसान वर्ग है। अब तो व्यापारी वर्ग भी जीएसटी, नोटबंदी के कारण मोदी सरकार से दु:खी हो गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का मानना था कि नोटबंदी से नक्सलवाद, आतंकवाद, कालाधन खत्म होगा पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ तथा सारा कालाधन बैंक में वापस जमा हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अविनाश पाण्डे ने कहा कि कांग्रेस सरकार लोक कल्याण एवं जन कल्याण की सरकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गॉंधी के मिशन 25 को सफल बनाने में हम सभी कामयाब होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तभी मजबूत होगी जब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हम सभी को एक मात्र लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढऩा है। उन्होंने कहा कि भाषणों तथा प्रोपेगेंडा से देश विकसित नहीं होता, जरूरत इस बात की है कि देश में लोकतंत्र तथा भाईचारा कायम रहे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार भगवान, गाय तथा धर्म के नाम पर देश को बांटना चाहती है और इस तरह की भावनाओं को भडक़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गांधी नौजवानों को रोजगार देने, भ्रष्टाचार को खत्म करने और गरीबी उन्मूलन की बात करते हैं लेकिन मोदी इस तरह की कोई बात नहीं करना चाहते।