मुंबई। बॉलीवुड में रानी मुखर्जी का नाम एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर शुमार किया जाता है जिन्होंने न सिर्फ रूमानी अभिनय से बल्कि अपने संजीदा अभिनय से भी दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है।
रानी का जन्म 21 मार्च 1978 को हुआ और उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1997 में प्रदर्शित फिल्म राजा की आयेगी बारात से की। फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी लेकिन रानी ने अपने संजीदा किरदार के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वर्ष 1998 रानी मुखर्जी के करियर के लिए महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ।
इस वर्ष उन्हें आमिर खान के साथ गुलाम और शाहरूख खान के साथ कुछ कुछ होता है में काम करने का अवसर मिला। दोनों हीं फिल्में टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई। कुछ कुछ होता है के लिए रानी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया।
वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2002 तक का वर्ष रानी के करियर के लिये बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान रानी मुखर्जी की हैलो बद्रर, बादल, हर दिल जो प्यार करेगा, हद कर दी आपने, बिच्छू, कहीं प्यार ना हो जाए, चोरी चोरी चुपके चुपके, बस इतना सा ख्वाब है, प्यार दीवाना होता है, मुझसे दोस्ती करोगें जैसी फिल्में प्रदर्शित हुई लेकिन इन फिल्मों को टिकट खिड़की पर अपेक्षित सफलता नही मिल सकी।
वर्ष 2002 में प्रदर्शित यश राज बैनर तले बनी फिल्म ‘साथियां’ रानी मुखर्जी के करियर की हिट फिल्म साबित हुई। इस फिल्म में रानी की जोड़ी विवेक ओबेराय के साथ काफी पसंद की गई। वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म ‘चलते चलते’ में रानी को एक बार फिर से किंग खान शाहरूख खान के साथ काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई।
वर्ष 2004 रानी के करियर के लिए महत्पूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी युवा, हमतुम और वीर जारा जैसी फिल्में प्रदर्शित हुई। इन सभी फिल्मों में रानी मुखर्जी ने अपनी बहुआयामी प्रतिभा का परिचय दिया और अपने निभाये किरदारों के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म ब्लैक रानी के करियर की सर्वाधिक महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रानी मुखर्जी को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला। रानी मुखर्जी ने अपने सधे हुए अभिनय से न सिर्फ दर्शकों का बल्कि समीक्षकों का भी दिल जीत लिया।
वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म बंटी और बबली, रानी के करियर की एक और सुपरहिट साबित हुई। यश राज बैनर तले बनी इस फिल्म के जरिये रानी और अभिषेक बच्चन की जोड़ी ने दर्शकों को अपने कारनामों के जरिये हंसाते-हंसाते लोटपोट कर दिया।
वर्ष 2006 में रानी मुखर्जी को एक बार फिर से अमिताभ बच्चन के साथ बाबुल में काम करने का अवसर मिला। रवि चोपड़ा निर्देशित यह फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी लेकिन रानी के अभिनय को दर्शकों ने अवश्य पसंद किया। इसी वर्ष रानी की करण जौहर निर्देशित फिल्म ‘कल हो ना हो’ प्रदर्शित हुई जो टिकट खिड़की पर हिट साबित हुई।
वर्ष 2007 से 2010 तक का वक्त एक बार फिर से रानी के करियर के लिए बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान उनकी तारा रम पम, लागा चुनरी में दाग, थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक, सांवरिया, लक बाई चांस, दिल बोले हड़िप्पा प्रदर्शित हुइ लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गई।
रानी को विभिन्न श्रेणियों में सात बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रानी बॉलीवुड की उन गिनी चुनी अभिनेत्रियों में शामिल है जिन्होंने खान त्रिमूर्ति आमिर, सलमान और शाहरूख के साथ काम किया है। रानी की जोड़ी बॉलीवुड के छोटे नवाब सैफ अली खान, अभिषेक बच्चन, बॉबी देओल के साथ भी पसंद की गई।
वर्ष 2011 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म नो वन किल्ड जेसिका के जरिये रानी ने एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत लिया। वर्ष 2012 में रानी को एक बार फिर से आमिर खान के साथ तलाश में काम करने का अवसर मिला। रानी ने वर्ष 2014 में जाने-माने फिल्मकार आदित्य चोपड़ा से शादी कर ली।
इसी वर्ष रानी की फिल्म मर्दानी प्रदर्शित हुई जिसमें उन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया। रानी चार साल बाद फिल्म हिचकी से वर्ष 2018 में कमबैक किया। फिल्म हिचकी में रानी एक टीजर की भूमिका में नजर आई जिसे ‘टॉरेट सिंड्रोम’ नामक बीमारी है। फिल्म में दिखाया गया कि रानी को अपने प्रोफेशनल लाइफ में किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
फिल्म की कहानी ब्रैड कोहेन की पुस्तक ‘फ्रंट ऑफ द क्लास: हाऊ टॉरेट सिंड्रोम मेड मी द टीचर आई नेवर हैड’ पर आधारित है। कम बजट में बनी फिल्म हिचकी ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 47 करोड़ की कमाई कर हिट फिल्मों में अपना नाम दर्ज करा लिया।