अजमेर। अजमेर संभाग के एकमात्र बडे सरकारी हॉस्पीटल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में पीपीपी मोड पर आधारित डायलिसिस सेवा बंद होने के कगार पर है।
कलकत्ता की संजीवनी डायलिसिस सेवा प्रदाता कंपनी के बिलों में की जा रही कटौती के विरोध में संजीवनी प्रबंधकों ने डायलिसिस बंद करने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि बिना उचित कारण बताए कंपनी के बिलों की राशि में कटौती की जा रही है जिसके चलते कंपनी प्रबंधन अजमेर में डायलिसिस की सुविधा निशुल्क चलाने के मूड में नहीं है।
दरअसल, जेएलएन अधीक्षक इन दिनों कंपनी के बिलों में एमओयू की शर्तों के आधार पर कुछ कटौतियां कर रहे हैं जिसको लेकर निशुल्क डायलिसिस के क्रम में सुविधा प्रदाता कंपनी का कड़ा ऐतराज है।
कंपनी के प्रबंधक संदीप चक्रवर्ती का कहना है कि एमओयू में बिजली के बिल के बारे में किसी तरह की कोई शर्त का उल्लेख नहीं है। उसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन दो लाख रुपए प्रतिमाह से ज्यादा बिलों की राशि में कटौती कर रहा है।
चक्रवर्ती ने बताया कि ऐसी स्थिति में कंपनी ने पच्चीस मार्च के बाद से डायलिसिस सुविधा बंद करने का फैसला लिया है।