पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नेता एवं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए समान विचारधारा वाले दलों से एकजुट होने की अपील करते हुए आज कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टियों को अपने हितों से ऊपर उठने की जरूरत है।
बेगूसराय सीट से भाकपा के उम्मीदवार बनाये गए कुमार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समय की मांग है कि होने वाले लोकसभा चुनाव में किसी भी हाल में भाजपा को पराजित किया जाये क्योंकि यदि केंद्र में भाजपा की दुबारा सरकार बनी तो राष्ट्र के लिए बड़ा खतरा साबित होगा।
उन्होंने कहा कि यदि चुनाव में भाजपा को लोकसभा में पर्याप्त संख्याबल मिल गया तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे के अनुरूप संविधान में छेड़छाड़ शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए यदि भाकपा को कुछ क्षेत्रों में अपने हितों का त्याग भी करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेगी।
भाकपा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को हराने के लिए बिहार में महागठबंधन को समर्थन देगी और इसके लिए कड़ी मेहनत भी करेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सीट बंटवारे के दौरान भाकपा की मांग पर विचार नहीं किया गया लेकिन इससे भाजपा को कड़ी शिकस्त देने के लिए महागठबंधन को समर्थन देने की उनकी पार्टी के इरादे पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विरोध में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने के लिए उनकी पार्टी ने पिछले वर्ष ऐतिहासिक गांधी मैदान में विशाल रैली की थी, जिसमें महागठबंधन के सभी घटक दलों ने भाग लिया था।
कुमार ने कहा कि भाकपा ने मुजफ्फरपुर बालिका अल्पावास गृह यौन शोषण मामले का जबरदस्त विरोध किया था और इसमें महागठबंधन के सभी घटक दलों ने भरपूर सहयोग भी दिया था। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बिहार की नीतीश कुमार सरकार की नीतियों का विरोध करने में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस जैसी पार्टियों ने भाकपा को समर्थन दिया है।
भाकपा नेता ने बेगूसराय से अपनी निश्चित जीत का दावा करते हुए कहा कि राजद ने बेगूसराय सीट से तनवीर हसन को अपना उम्मीदवार बनाया है लेकिन वह इस चुनावी रण में दूर-दूर तक नहीं हैं। इस क्षेत्र में असली लड़ाई तो भाकपा और भाजपा के बीच है।
कुमार ने कहा कि बेगूसराय से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को टिकट दिया है लेकिन उन्हें यहां से चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। बेगूसराय की जनता ऐसे नेता को अपना जनप्रतिनिधि कैसे चुन सकती है, जो स्वयं इस सीट से चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं।
भाकपा नेता ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि वह और राजद उम्मीदवार एक ही सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं बल्कि मतदाताओं को ऐसे प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की जरूरत है जो भाजपा को हरा सके। उन्होंने बेगूसराय में भाजपा विरोधी मतों के बिखराव की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया।