लखनऊ । उत्तर प्रदेश की हरदोई संसदीय सीट से मौजूदा सांसद अंशुल वर्मा ने लोकसभा चुनाव के लिये टिकट न मिलने के बाद नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से त्यागपत्र दे दिया है।
वर्मा ने बुधवार को दिये अपने त्यागपत्र में पूछा है कि बिना वाजिब कारण बताये आखिर उनका टिकट क्यों काटा गया। उन्होंने सुबह राजधानी में प्रदेश भाजपा मुख्यालय के चौकीदार को अपना त्यागपत्र सौंपा। हरदोई सीट पर भाजपा ने पूर्व सांसद जयप्रकाश रावत को इस बार टिकट दिया है। रावत छह बार सांसद रह चुके हैं। अपने त्यागपत्र में वर्मा ने दावा किया है कि बीते पांच साल में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में 24,000 करोड़ के विकास कार्य कराये हैं।
उन्होंने लिखा है, “अगर काम न करने की वजह से टिकट नहीं दिया गया तो पार्टी को स्पष्ट करना चाहिये कि मेरे मामले में ऐसा क्यों हुआ।” उन्होंने त्यागपत्र में लिखा है कि हरदोई में पार्टी के एक नेता ने किस तरह भोजन के पैकेट के साथ शराब बांटकर पासी समाज का अपमान किया। गौरतलब है कि भाजपा नेता नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन ने सात जनवरी को हरदोई के एक मंदिर में हुये कार्यक्रम में आये लोगों को भोजन के साथ शराब की बोतलें बांटी थीं।
वर्मा ने लिखा है कि पासी समाज का होने के नाते उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी दी थी लेकिन उस नेता पर कोई कार्रवाई नहीं हुयी। उन्होंने यह भी लिखा है कि 21 साल बाद उन्होंने हरदोई संसदीय सीट पर भाजपा को विजय दिलायी थी।