बेंगलूरू। आईपीएल-12 संस्करण की शुरूआत शिकस्त के साथ करने के बाद विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू गुरूवार को घरेलू चिन्नास्वामी स्टेडियम मैदान पर पिछला मैच हार चुकी मुंबई इंडियन्स के खिलाफ पहली जीत की आस के साथ उतरेगी।
आईपीएल के 12 वर्षाें में बेंगलूरू की टीम को अपने पहले खिताब की ही तलाश है, और पिछले संस्करणों की तरह इस बार भी उसमें जोश की कमी दिखाई दे रही है। बेहतरीन टीम संयोजन और विराट जैसे स्टार खिलाड़ी की मौजूदगी के बावजूद उसे चेन्नई के खिलाफ पहले मैच में सात विकेट से निराशाजनक हार मिली थी जिसमें पूरी टीम 70 रन पर ढेर हो गई थी।
टीम का पिछली हार से आत्मविश्वास जरूर डगमगाया है लेकिन उसके पास मुंबई को घरेलू मैदान में हरा वापसी का मौका रहेगा जिसे अपने घरेलू मैदान पर भी दिल्ली कैपिटल्स से 37 रन से हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि दोनों टीमों में बराबरी की टक्कर की उम्मीद की जा सकती है जिन्हें ट्वंटी 20 टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत की आस है।
मुंबई तीन बार की चैंपियन है और उसे स्टार खिलाड़ी लसित मलिंगा की वापसी से मजबूती मिली है जिनके खेलने पर पहले असमंजस की स्थिति थी। मलिंगा पूरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध हैं और अच्छी बात है कि विश्वकप के लिये भी उनके चयन में समस्या नहीं है। ऐसे में मलिंगा पर भी अच्छे प्रदर्शन से खुद को साबित करने की जरूरत होगी।
मुुंबई के पास जसप्रीत बुमराह, मिशेल मैकक्लेनेगन और बेन कटिंग जैसे बढ़िया गेंदबाज़ हैं जो विराट की टीम के बल्लेबाज़ों को रन बनाने से रोक सकते हैं। बेंगलुरू के पास अच्छा बल्लेबाज़ी क्रम है लेकिन पिछले मैच में उसके बल्लेबाज़ों ने सबसे अधिक निराश किया था और उसे इस बार जीत के लिये हरफनमौला खेल दिखाना होगा।
बेंगलुरू के कप्तान और स्टार बल्लेबाज़ विराट के अलावा पार्थिव पटेल, मोइन अली, ए बी डीविलियर्स, कॉलिन डी ग्रैंडहोमे के रूप में टीम के पास अच्छे स्कोरर हैं जबकि गेंदबाजों में कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल, मोइन और हरियाणा के नवदीप सैनी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।
चेन्नई के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में भी इन गेंदबाजों ने बेंगलुरू के लिये संघर्ष किया था और चेन्नई को 18वें ओवर में जाकर जीत मिली जो काबिले तारीफ रहा। चहल का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा जिन्होंने चार ओवर की गेंदबाजी में मात्र छह रन दिए थे।
वहीं मुंबई को तीन बार चैंपियन बनाने वाले कप्तान रोहित, ऑलराउंडर और पिछले मैच के अर्धशतकधारी युवराज सिंह, क्विंटन डी काक, कीरोन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या के रूप में अच्छे स्कोरर हैं। हालांकि मुंबई को भी जीत के लिए ऑलराउंड प्रदर्शन करना होगा जिसके गेंदबाज़ों ने दिल्ली के खिलाफ काफी रन लुटाये थे। भारतीय टीम के खिलाड़ी और तेज़ गेंदबाज़ बुमराह भी महंगे साबित हुए थे और रिषभ पंत ने उनकी गेंदों की काफी धुनाई की थी।
विश्वकप टीम के प्रबल दावेदार बुमराह वापसी करने और व्यक्तिगत प्रदर्शन में सुधार की कोशिश करेंगे। बुमराह की फिटनेस पर भी सवाल हैं जिन्हें पिछले मैच में कंधे में चोट लगी थी। हालांकि देखना होगा कि वह कितने फिट हैं और भारतीय एवं विपक्षी टीम के कप्तान विराट कोहली का कैसे सामना करते हेैं।