बेंगलूरु। कर्नाटक में गुरुवार को आयकर विभाग के अधिकारियों के सत्तारूढ़ जनता दल (एस) और कांग्रेस से जुड़े मंत्री, व्यवसायियों, राजनेताओं के घरों तथा कई सरकारी कार्यालयाें पर छापे मारे जाने के विरोध में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता सड़कों पर उतर आए तथा यहां स्थित आयकर विभाग के कार्यालय के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री एचडी. कुमारस्वामी, उप मुख्यमंत्री डॉ जी परमेश्वर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव, गठबंधन सरकार की समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्दारामैया समेत दोनों पार्टियों के कई नेताओं ने इस छापेमारी के लिए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व जान- बूझकर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
आयकर विभाग ने हालांकि एक वक्तव्य जारी कर कहा कि इस छापेमारी के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है बल्कि कर देने से बचने का प्रयास कर रहे कुछ व्यावसायियों के विरुद्ध भरोसेमंद इनपुट मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। वक्तव्य के मुताबिक छापेमारी किसी सांसद, विधायक या मंत्री के खिलाफ नहीं है।
आयकर अधिकारियों ने केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की मदद से बेंगलूरु शहर, मांड्या, हासन और मैसुरु के 17 ठिकानों पर बुधवार की मध्य रात्रि से छापेमारी शुरू की जो आज शाम तक जारी रही।
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने जद (एस) समर्थकों पर हुई आयकर छापेमारी को प्रधानमंत्री का ‘वास्तविक सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया और कहा कि मोदी का वास्तविक सर्जिकल स्ट्राइक का आयकर छापेमारी के जरिये खुलासा हुआ है। चुनाव के समय इस प्रकार सरकारी मशीनरी और भ्रष्ट अधिकारियों के दुरुपयोग की जितनी निंदा की जाए, वह कम होगी।
लाेकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी समर्थकों पर आयकर छापेमारी मोदी सरकार की गंदी राजनीति का हिस्सा है जो विपक्षी पार्टियों को बर्बाद करना चाहती है तथा संघीय ढ़ांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि लोग इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ा सबक सिखाएंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने कहा कि आज का विरोध प्रदर्शन मोदी के लिए अग्रिम चेतावनी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन में मुख्यमंत्री, मंत्री और दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं।
हमें इस बात पर आपत्ति नहीं है यदि आयकर अधिकारी काले धन को छिपाने वाले या अवैध संपत्ति अर्जित करने वालों पर छापेमारी करती लेकिन यह राजनीति से प्रेरित नहीं होनी चाहिए। लोकतंत्र में विपक्षी पार्टियों की अपनी भूमिका होती है लेकिन मोदी लाेकतंत्र में विश्वास नहीं है। राज्य में होने वाले लाेकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष के खिलाफ आयकर छापेमारी कराई गई है।
कुमारस्वामी ने कहा कि देश में संघीय ढ़ांचे को बचाने के लिए दोनों पार्टियों के नेताओं ने इस ‘सांकेतिक’ विरोध में भाग लिया लेकिन इस पर खतरा बरकरार है। मोदी अपना तानाशाही रवैये का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा कांग्रेस और जद (एस) के बीच कर्नाटक में हुए संसदीय चुनाव को लेकर बने गठबंधन से घबराई हुई है तथा इसी के परिणाम स्वरूप आयकर छापेमारी हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता बीएस येद्दियुरप्पा ने केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ बेंगलूरु स्थित इसके कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस प्रकार का प्रदर्शन डराने की रणनीति का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि आयकर विभाग के खिलाफ कुमारस्वामी का अंदाज और लहजा केंद्रीय एजेंसी को सीधा धमकाने के समान है। यह कानून को अपने हाथों में लेने के लिए लोगों को भड़काने जैसा भी है।
सूत्रों के अनुसार मांड्या जिले में लघु सिंचाई मंत्री सीएस पुट्टाराजू और उनके रिश्तेदारों के कई घरों समेत कांग्रेस नेताओं के घर और हासन जिले में लोक निर्माण विभाग के कई कार्यालयों पर छापे मारे। पुट्टाराजू ने कांग्रेस एवं जनता दल (सेक्युलर)के नेताओं को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया और आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापाें की कड़ी निंदा की।
लोक निर्माण मंत्री एचडी रेवन्ना ने कहा कि छापे भाजपा के उम्मीदवारों काे चुनावी लाभ दिलवाने के लिए मारे गए हैं तथा आयकर अधिकारी भाजपा के एजेंटों की तरह काम कर रहे हैं।पुट्टाराजू ने कहा कि यह छापे भाजपा नेताओं के इशारे पर कराए जा रहे हैं। जद (एस) के कार्यकर्ता भाजपा की इस रणनीति से रुकने और डरने वाले नहीं हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा था कि आयकर अधिकारियों ने कर्नाटक में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाते हुए छापेमारी करने की योजना बनाई है और वे इसका विरोध करेंगे जिसके कुछ ही घंटों बाद ये छापे मारे गए।