नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मिशन शक्ति’ की घोषणा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है।
आयोग ने शुक्रवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी को पत्र लिखकर यह जानकारी दी। येचुरी ने 27 मार्च को आयोग को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने शिकायत की थी कि प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर राष्ट्र के नाम संबाेधन से ‘मिशन शक्ति’ की घोषणा कर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
आयोग ने कहा है कि इस मामले पर विचार के लिए उसने अधिकारियों की एक समिति गठित की थी। समिति ने शुक्रवार को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस मामले में आचार संहिता के सरकारी जनसंचार माध्यमों का दुरुपयोग संबंधी प्रावधान का उल्लंघन नहीं हुआ है।
आयोग ने कहा है कि उसने समिति के निष्कर्ष को स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री ने 27 मार्च को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए ‘मिशन शक्ति’ की सफलता की घोषणा की थी।
उन्होंने बताया था कि भारत ने अंतरिक्ष में उपग्रह को मार गिराने की क्षमता हासिल कर ली है और देश अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है। अमरीका, रूस और चीन के बाद यह क्षमता हासिल करने वाला भारत चौथा देश बन गया है।
मोदी ने कहा था कि 27 मार्च को भारत की एंटी सैटेलाइट मिसाइल यानी उपग्रह मारक प्रक्षेपास्त्र (एसैट) ने पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगा रहे एक सक्रिय उपग्रह को मार गिराया। इस उपग्रह को पूर्व निर्धारित लक्ष्य के रूप में चुना गया था।
प्रधानमंत्री के संबोधन को दूरदर्शन समाचार चैनल और आकाशवाणी तथा कई निजी समाचार टेलीविजन चैनलों ने प्रसारित किया था। माकपा महासचिव येचुरी ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आचार संहिता लागू होने के मद्देनजर प्रधानमंत्री का संबोधन अनुचित था और उन्होंने संहिता का उल्लंघन किया है।
आयोग द्वारा गठित समिति ने दूरदर्शन समाचार चैनल के महानिदेशक तथा आकाशवाणी की महानिदेशक से प्रधानमंत्री के संबोधन के बारे में जानकारी मांगी थी। समिति ने इन दोनों संचार माध्यमों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें भी की।
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसे बताया गया कि दूरदर्शन और आकाशवाणी पर प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण नहीं किया गया। दूरदर्शन ने संवाद समिति एएनआई से प्राप्त वीडियाे को प्रसारित किया। इसकी सेवाएं वह पिछले काफी समय से ले रहा है।
आकाशवाणी ने प्रधानमंत्री का संबोधन दूरदर्शन के सिग्नल का इस्तेमाल कर प्रसारित किया। उसने प्रधानमंत्री के संबोधन को खुद रिकार्ड नहीं किया था और न रिकार्ड करने में उसके कोई कर्मचारी शामिल थे। समिति ने कहा है कि उसने संबोधन के बारे में मिली जानकारी का विस्तृत अध्ययन किया और इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इसमें आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है।