हैदराबाद। विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु के लिए एक बार फिर आईपीएल में कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है और टीम रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होने वाले मुकाबले में हार का गतिरोध तोड़ने के इरादे से उतरेगी।
बेंगलूरु को आईपीएल 12 के उद्घाटन मैच में गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मात्र 70 रन पर आउट होकर हार का सामना करना पड़ा था। बेंगलूरु ने हालांकि अपने दूसरे मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन उसे आखिरी ओवर में छह रन की नजदीकी हार का सामना करना पड़ा। यदि इस मैच की आखिरी गेंद पर नो बॉल को अंपायर देख लेते तो शायद मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था। विराट ने मैच के बाद अंपायरिंग को लेकर नाराजगी भी जताई थी।
दूसरी तरफ हैदराबाद की टीम पहली हार के बाद जीत की पटरी पर लौट आई है और बॉल टेंपरिंग के लिए लगे 12 महीने के प्रतिबन्ध से बाहर निकलने के बाद ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर तो जैसे गेंदबाजों पर अपना गुस्सा निकलने में लगे हुए हैं। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ कल मिली जीत में उन्होंने आक्रामक अर्धशतक लगाया था।
राजस्थान ने दो विकेट पर 198 रन का मजबूत स्कोर बनाया था लेकिन हैदराबाद ने ओपनर डेविड वार्नर के 69, जानी बेयरस्टो के 45 और विजय शंकर के 34 रन की बदौलत 19 ओवर में ही जीत हासिल कर ली थी। वार्नर ने पहले मैच में कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ शानदार 85 रन बनाए थे।
हैदराबाद की इस समय सबसे बड़ी चिंता भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी है जो अपनी लय से कोसों दूर नजर आ रहे हैं। कोलकाता के खिलाफ भी भुवनेश्वर उखड़े हुए रहे थे जिसका फायदा उठाकर आंद्रे रसेल ने डैथ ओवरों में हैदराबाद से जीत छीन ली थी।
विराट को भी अपनी टीम को जीत की पटरी पर लौटाना होगा और इसके लिए खुद उन्हें बड़ी पारी खेलनी होगी और पूरे 20 ओवर तक टिके रहना होगा। अंपायरिंग को कोसने से कोई फायदा नहीं होगा और बेंगलूरु की टीम को गेंद तथा बल्ले से मैच जिताने वाला प्रदर्शन करना होगा।