अजमेर। चेटीचण्ड महोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को सिन्धु समिति की ओर से आजाद पार्क में गागनदास चंदीराम लख्याणी परिवार के सहयोग से सिन्धियत मेला आयोजित किया गया।
पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति की ओर से मनाए जा रहे चेटीचंड महोत्सव के तहत आयोजित 18वें सिन्धियत मेले का शुभांरभ ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वामी स्वरूपदास उदासीन, श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम तीर्थराज पुष्कर के महंत हनुमानाराम, अखिल भारतीय सिन्धी संत समाज के राष्ट्रीय महामंत्री बालकधाम किशनगढ के स्वामी श्यामदास, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास, सांई ईसरदास, प्रेम प्रकाश आश्रम के दादा नारायणदास, जतोई दरबार के भाई फतनदास, स्वामी बंसतराम सेवा ट्रस्ट के सांई ओमप्रकाश शास्त्री, निंरकारी मण्डल के जोनल इंचार्ज धमनदास, गौतम सांई के साथ जयकिशन लख्याणी, मेला संयोजक महेश ईसराणी के साथ समाजसेवियों द्वारा ईष्टदेव झूलेलाल की पवित्र ज्योति प्रजवलन कर किया।
सलाहकार मण्डल के सदस्यों जीव सेवा समिति के सचिव जगदीश वच्छाणी, नरेन शाहणी भगत, विजय शाहणी, वासुदेव मंघाणी, छांगांमल, इन्द्र मूलाणी, भगवान चंदीराम, रमेश प्रियाणी, गुरूमुखदास बत्रा, पुरसु छतवाणी, राजा जेठाणी, दीपक हासाणी, रामचन्द देवनाणी, दीपक भम्भाणी, रमेश तेजवाणी, पूज्य झूलेलाल जंयती समारोह समिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी, प्रशासनिक अधिकारी सुरेश सिन्धी, गिरीश वच्छाणी, डॉ. अनीता रायसिंघाणी ने संतों का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
संतों ने आयोलाल झूलेलाल लिखे गुब्बारे आसमान में छोडे। स्वागत भाषण हरकिशन टेकचंदाणी व आभार दिलीप बूलचंदाणी ने दिया। मंच का संचालन महेन्द्र कुमार तीर्थाणी व अशोक तेजवाणी ने किया।
सह-संयोजक महेश टेकचंदाणी ने बताया कि मेले में इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर की ओर से बहिराणा साहिब सजाया गया जिसमें पण्डित रमेश शर्मा, बाबा गागूमल, बाली जी ने पूजन करवाया। लख्याणी परिवार के कन्हैयालाल व लक्षमणदास लख्याणी ने दीपदान प्रज्जवलन करवाकर महती भूमिका अदा की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम व छेज् पर सबको झुमाया
सांस्कृतिक कार्यक्रम मशहूर कलाकार घनश्याम भगत, प्रकाश मोटवाणी, लता ठारवाणी व गीतिका शर्मा ने रख त मुहिजे लाल ते पाणे पूरी कंदो…, आयो सिन्धियत मेलो आ…, तिनखे सागर छो बोडीदों जिनखे दूल्य तारे… के साथ शहनाई वादन पर सामूहिक छेज् कर झुमाया। मेले के मध्य सिन्ध के गौरवमयी इतिहास को बडी स्क्रीन पर दिखाकर युवा पीढी को संस्कृति से रूबरू कराया गया।
सिन्धी व्यंजनों का लुत्फ लिया
सचिव जयकिशन हिरवाणी ने बताया कि मेले में सिन्धी व्यजनों में कढी चावल, दाल पकवान, बेसण जी पपडी, बीहन ऐं पटाटन जा पकोडा, दाल छोला ढबल, गोल गप्पा, आलूअ जी चाप, द्ही कोकाी, ढोढो चटिणी, खीचा, छुग्, बीहनि ऐं चिभिडनि जूं कचिरियूं, तहिरी कोहिर, घीयर, फलूदे वारो प्यालो, कानीअ वारो ग्न्ढो, गोलीअ वारी सोडा का सभी ने आनंद लिया। बच्चों को प्रवेश द्वार पर पापकॉन व गुब्बारे दिए गए और झूलों व बग्गी पर सवारी कर मौज मस्ती की।
मेले के सफल आयोजन में किशन केवलाणी अजीत पमनाणी, दिलीप थदाणी, नारी वाघाणी, सेवक पंजवाणी नरेन्द्र बसराणी, जसवंत गनवाणी परमानन्द आहूजा, भगवान साधवाणी, पारस लौंगाणी, माधव बच्चाणी, गोपाल शाहणी के साथ हरी चंदनाणी,गिरधर तेजवाणी, राधाकिशन आहूजा, जीडी वृंदाणी, प्रकाश जेठरा, भगवान कलवाणी, तुलसी सोनी, नवलराय बच्चाणी, मोहन तुलस्यिाणी, मनीष ग्वालाणी, मोहन कोटवाणी, शंकर सबनाणी, रमेश टिलवाणी, जगदीश अभिचंदाणी, पुष्पा साधवाणी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
चेटीचण्ड व नवसंवत्सर पर संगोष्ठी कल 1 अप्रेल को
तुलसी सोनी नेे बताया कि 1 अप्रेल को शाम 4 बजे से संत कवंरराम धर्मशाला, पडाव में चेटीचण्ड व नवसंवत्सर पर व्याख्यान आयोजित किया जाएगा, संत कवंरराम मण्डल की ओर से आयोजित संगोष्ठी के संयोजक सचिव लाल बूलचंदाणी व बलराम हरलाणी होंगे।