मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के लोकपाल ने क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल को उनके एक टीवी शो में महिलाओं पर की गई विवादित टिपण्णी के चलते समन भेजा है तथा सुनवाई में उपस्थित रहने के लिए भी कहा है।
बीसीसीआई के लोकपाल न्यायाधीश डीके जैन ने दोनों को यह समन भेजा है जिसमें पांड्या की 9 अप्रैल को तथा राहुल की 10 अप्रेल को सुनवाई मुंबई में होगी। सर्वोच्च न्यायालय ने फरवरी में न्यायाधीश जैन को लोकपाल नियुक्त किया था और उनकी नियुक्ति के बाद यह पहला मामला होगा जिसमें वह फैसला सुनाएंगे।
न्यायाधीश जैन ने कहा कि यह स्वाभाविक प्रक्रिया है जिससे दोनों खिलाड़ियों को गुजरना होगा ताकि निर्णय लिया जा सकें। जब उनसे पूछा गया कि दोनों खिलाड़ियों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है या नहीं, उन्होंने कहा कि इसकी आवश्यकता नहीं है लेकिन उनके लिए यह सुनना जरुरी है कि दोनों खिलाड़ी इस मामले पर क्या कहते है।
उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें समन भेज दिया है और अब यह उन पर निर्भर है कि वे सुनवाई में हाज़िर होते है या नहीं। यह सामान्य न्याय प्रक्रिया का हिस्सा है। आप किसी को उनका पक्ष पेश करने का मौका दिए बिना ही दोषी नहीं ठहरा सकते।
सुनवाई का समय पांड्या की मुंबई इंडियंस तथा राहुल की पंजाब टीम के लिए चिंता का सबब बन गया है। हालांकि संयोग से पंजाब का मुकाबला 10 अप्रेल को मुंबई इंडियंस के घरेलू मैदान मुंबई में होना है इसलिए यह देखने वाली बात होगी कि राहुल मुकाबला खेलेंगे या नहीं।
न्यायाधीश जैन ने कहा कि बीसीसीआई ने फैसला लेने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है। हालांकि भारतीय टीम प्रबंधन और राष्ट्रीय चयनकर्ता विश्व कप के मद्देनज़र जल्द से जल्द मामलें का निपटारा करना चाहेंगे ताकि टीम के चयन में किसी तरह का संशय न रहे। विश्व कप 30 मई से शुरू होगा जिसके लिए टीम का चुनाव 25 अप्रैल तक करना है।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति ने इस साल जनवरी में पांड्या और राहुल को उनके एक टीवी शो में महिलाओं पर विवादित बयान के चलते टीम से निलंबित कर दिया था। हालांकि उनका निलम्बन लांच लंबित रहने के चलते अस्थायी रूप से 24 जनवरी को हटा लिया गया था जिसके बाद दोनों की भारतीय टीम में वापसी हुई थी।