नई दिल्ली। ब्रिटिश व्यापारी एवं वीवीआईपी हेलीकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले का कथित बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल ने दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत को को बताया है कि उसने प्रवर्तन निदेशालय को कभी भी किसी का नाम नहीं बताया है।
मिशेल के वकील ने शुक्रवार अदालत को बताया कि केंद्र सरकार जांच को राजनीतिक एजेंडे को तैर पर इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जानकर वह हैरान हैं कि उन्हें मुहैया कराए बिना आरोप पत्र की प्रति मीडिया में कैसे लीक हो गई? उन्होंने सवाल किया कि आरोप पत्र पर अदालत के संज्ञान किए बिना कैसे लीक हो गया?
उल्लेखनीय है कि ईडी ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में गुरुवार को विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार की अदालत में मिशेल और अन्य लोगों के खिलाफ दो हजार पन्नों का पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा है कि मिशेल ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा सहति 12 सौदों में बिचौलिये की भूमिका निभाई है और इसके बदले भारत सरकार से चार करोड़ 22 लाख 70 हजार यूरो लिया था। इसके बाद ईडी ने भी धन शोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत मिशेल के खिलाफ कार्यवाही शुरू की।
सीबीआई ने दुबई से लाकर मिशेल को गत वर्ष पांच दिसंबर को अदालत में पेश किया था और मौजूदा समय में न्यायिक हिरासत में है।