नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र के चुनाव अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है जिसमें उन्होंने (मोदी) पहली बार मतदान करने वाले युवाओं से बालाकोट कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में वोट देने की अपील की थी।
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक यह रिपोर्ट आयोग के उस सलाह के संदर्भ में मांगी गई है जिसमें कहा गया था कि राजनीतिक दल और उसके उम्मीदवार चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा बलों की गतिविधियों के उपयोग से परहेज करें। उन्होंने बताया कि आयोग ने यह रिपोर्ट शीघ्र ही प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को महाराष्ट्र के लातूर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मैं पहली बार मतदान करने वाले युवाओं से कहना चाहता हूं कि क्या आपका पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के लिए समर्पित हो सकता है? क्या आपका पहला वोट पुलवामा में शहीद हुए हमारे वीर जवानों के लिए समर्पित हो सकता है?
कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समेत विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी की निंदा की और इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से बहुत सी शिकायतें की है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और चुनाव के मद्देनजर हमारे पास अदालत जाने का समय नहीं है।
माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु ने कहा कि हम आपसे आग्रह करते हैं कि चुनाव के माहौल को बिगड़ने से रोकने के लिए प्रभावी तरीके से उचित कार्रवाई शुरू की जाए ताकि राष्ट्रीय प्रतीक की पहचान का चुनावी उपयोग न किया जा सके।