अमेठी । पिछले लोकसभा चुनाव में नजदीकी मुकाबले में हार झेलने वाली केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरूवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी के ताैर पर नामांकन दाखिल किया।
ईरानी ने चार सेट में नामंकन दाखिल किया। उनके प्रस्तावक के रूप में अमेठी विधायक गरिमा सिंह, सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, पूर्व विधायक गौरीगंज तेज भान सिंह और पूर्व विधायक जमुना प्रसाद मिश्र मौजूद रहे। नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में श्रीमती ईरानी ने कहा कि उमडा जनसैलाब दर्शाता है कि जनता परिवर्तन चाहती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने हार की आशंका से अमेठी से पहले केरल के वायनाड से पर्चा भरा जो यह बताने के लिये काफी है कि गांधी ने चुनाव से पहले ही यहां अपनी हार स्वीकार कर ली है। इस बार फिर पूरे देश मे भाजपा बड़ी जीत दर्ज करेगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।
इससे पहले ईरानी ने भाजपा कार्यालय में पति जुबिन ईरानी के साथ हवन किया और बाद में गौरीगंज स्थित बूढऩ माई के मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद रोड शो के लिये विशेष रूप से तैयार रथ पर वह काफिले के साथ कलेक्ट्रेट के लिये रवाना हुयी। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
रोड शो में उमड़ी भीड़ से गदगद योगी ने कहा कि अमेठी की अनदेखी करने वाले गांधी के विपरीत ईरानी को यहां के विकास की परवाह है। पिछले पांच वर्षो से यहां की जनता के साथ न्याय की पूरी कोशिश की है। उन्होंने यहां हमेशा से विकास के लिए सोचा है। यहां चार पीढ़ियाँ जो नहीं कर पायीं वह अकेले स्मृति ने किया। उन्होने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के साथ पूरे देश भाजपा की जीत होगी।
गौरतलब है कि 2014 में भी स्मृति ने अमेठी से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद भी वह अमेठी लौटीं और जनता से संपर्क बनाए रखा। अमेठी में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है क्योंकि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने यहां अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है।