दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने पर अब सुप्रीम कोर्ट का सामना का पडेगा। दरअसल 2 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट से राफेल मामले में एक आर्डर सुनाया गया था। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने यह सुनवाई की थी कि राफेल से जुड़े जो दस्तावेज पेश किए गए हैं उन्हें एक मुख्य सबूत के रूप में माना जाएगा।
राहुल गाँधी खुद ही बन गए सुप्रीम कोर्ट
यह फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया के सामने कोर्ट के इस आदेश को तोड़ मरोड़ के मीडिया के सामने रखा। राहुल गांधी ने यह कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि चौकीदार ही चोर है और यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह भी मान लिया है कि हमारे प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। जो कि एयर फोर्स के रुपए थे।
राहुल ने कई बार कहा चौकीदार चोर है
इसके अलावा उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चौकीदार चोर है कहकर संबोधित किया और साथ में यह साबित करने की कोशिश की कि यह बात सुप्रीम कोर्ट ने मान ली है कि चौकीदार ही चोर है। राहुल गांधी के इस तरह की गलत बयानबाजी बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीमकोर्ट में अवमानना की अर्जी दाखिल की है। अब राहुल गांधी को इस पर जवाब देना होगा।
मीनाक्षी लेखी ने राहुल गाँधी के बयान की कड़ी निंदा
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी जिन्होंने इस बात की कड़ी निंदा करें कि राहुल गांधी ने इस तरह की बयानबाजी क्यों करें और यह भी कहा कि राजनीतिक मामलों को राजनीति तक ही रखना चाहिए इसमें सुप्रीम कोर्ट को घसीटने का कोई मतलब नहीं और यह भी कहा कि राहुल गांधी की ये हरकत कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट है और यह यदि कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट नहीं है तो आखिर क्या है।
राहुल पहले भी कई बार बोल चुके हैं इस तरह की बातें
अब राहुल गांधी को इसका अच्छा का सामना करना पड़ेगा और राहुल गांधी वैसे भी बिना सोचे समझे किसी भी बात को बोलने के नाम से बदनाम है अब देखना यह है कि आगे क्या होता है लेकिन इतना तो तय है राहुल गांधी को इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को जवाब देना होगा और चौकीदार चोर है के बयान को लेकर राहुल गांधी को माफी भी मांगनी पड़ सकती है। इन सब के बाद हो सकता है राहुल गांधी अपने बयान बाजी सोच समझ कर करें।
यह था पूरा मामला :-
राफेल मुद्दा दोबारा से सक्रिय | राहुल गाँधी की ख़ुशी का ठिकाना नहीं :-
राफेल को लेकर नया मामला सामने आया है सुप्रीम कोर्ट ने राफेल का मुद्दा दोबारा से सक्रिय कर दिया है जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा है जो दस्तावेज घूम चुके हैं उन्हें सबूत माना जाएगा। अब इसके बाद भाजपा पर कई दबाव आने वाले हैं।
वहीं राहुल गांधी इस बात से बेहद खुश हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया राहुल गांधी ने तो इतना कहा जो बात में पिछले कई महीनों से कह रहा हूं आखिर वह फैसला आ ही गया और अब इसको लेकर बीजेपी का अगला कदम क्या होता है क्या सबूत पेश कर पाते हैं या नहीं वह तो समय ही बताएगा।
इसके अलावा चौका देने वाली बात है की चुनाव के 1 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया अब इसका असर विपक्षी दलों पर क्या पड़ता है यह उनकी कार्यप्रणाली लेकिन इतना तो तय है किस्से राहुल गांधी बेहद खुश हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से कहा कि चौकीदार चोर है। पूरा पढ़े
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क्या मोदी ने सच में 15 लाख देने का वादा किया था?
Modi ke 15 lakh ke vade ka sach
आपको बतादें सबसे पहले आखिर यह सब शुरू कहां से हुआ, इस बात को बताने से पहले आपको यह बात साफ साफ बता देते हैं कि नरेंद्र मोदी ने कभी भी 15 लाख रुपए देने का वादा नहीं किया था। यह सब कुछ लोगों ने मान लिया या उन्हें बार-बार ऐसा एहसास दिलाया गया कि उनके अकाउंट में 15 लाख रुपए आ जाएंगे। यह सब कैसे हुआ वह हम आप को समझाएंगे लेकिन सबसे पहले आपको यह बता दें यह सब कैसे और कहां से शुरू हुआ।
Modi ne 15 lakh ki baat kab aur kaha boli
तारीख थी 7 नवंबर 2013 जिस समय नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के कांकेर में रैली कर रहे थे। उसी दौरान भाषण में नरेंद्र मोदी ने एक बयान दिया या आप यह कह सकते हैं उन्होंने अपनी एक बात जनता के बीच में रखी जिसे किसी और तरीके से ही पेश कर दिया गया।
मोदी ने 15 लाख के लिए क्या कहा था
मोदी ने काले धन का सच बताते हुए यह कहा कि “जो चोर लुटेरे हैं उनका काला धन जो कि भारत के बाहर जमा है अगर वह रुपया वापस आ जाए तो इतना धन आएगा की हर एक भारतीय नागरिक को मुफ्त में 15-20 लाख रुपए यूं ही मिल जाएगा“। इस पंक्ति पर ध्यान दीजिएगा कहीं पर भी नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपए बैंक में जमा कराने की बात नहीं की है कि यदि वह पीएम बन जाएं तो वह हर एक भारतीय नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए जमा करेंगे।