अजमेर। भारतीय इतिहास संकलन समिति और भारत विकास परिषद अजमेर की मुख्य शाखा के संयुक्त तत्वावधान में जलियांवाला बाग शहादत के शताब्दी वर्ष पर श्रीनगर रोड स्थित चिंतन एकेडमी पर गोष्ठी संपन्न हुई।
गोष्ठी के मुख्य वक्ता भारतीय इतिहास संकलन के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ एनके उपाध्याय ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज से ठीक 100 वर्ष पूर्व अंग्रेजों द्वारा एक काला अध्याय लिखा गया। अमृतसर में जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने सभा कर रहे भारतीयों पर गोलियां चलाई जिससे सैकड़ों लोग शहीद हुए।
डॉ संजय कुमार ने जलियांवाला बाग हत्याकांड से पूर्व का इतिहास बताया। उन्होंने कहा कि रोलेट एक्ट जो कि काला कानून के नाम से जाना जाता है, उसके चलते किसी भी भारतीय को बिना कारण बताए गिरफ्तार किया जाता रहा।
इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा ब्रिटेन जा कर माइकल ओ डायर को मारने वाले शहीद उधम सिंह को याद किया गया। इतिहासविद डॉ हरीश बेरी ने प्रश्नोत्तरी के माध्यम से ज्ञानवर्धक जानकारी दी।
भारत विकास परिषद के नरेंद्र सिंह राठौड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया। गोष्ठी का संचालन करते हुए परिषद के प्रांतीय संयोजक दिलीप पारीक ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड को सौ साल पूरे हो गए लेकिन ब्रिटेन सरकार ने अब तक लिखित माफी नहीं मांगी है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस अवसर पर भारत विकास परिषद के सदस्य तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।