कोलकाता। चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जीवन पर बनी फिल्म ‘बाघिनी: बंगाल टाइग्रेस’ के ट्रेलर पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
चुनाव आयोग का आदेश इस फिल्म के निर्माता के लिए एक बड़ा झटका है। इस संबंध में बनर्जी ने ट्वीट किया कि यह सब क्या बकवास फैलाया जा रहा है। मेरा किसी भी बायोपिक से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने किसी कहानी की तलाश कर उस पर फिल्म बनाई है तो यह उसका मामला है। इसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है। मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं। कृपा कर झूठ फैलाकर मुझे मानहानि का मुकदमा करने के लिए मजबूर न करें।
इससे पहले पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय जनता पार्टी समेत विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से ‘बाघिनी: बंगाल टाइग्रेस’ नाम की इस फिल्म के ट्रेलर पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था।
भाजपा ने बनर्जी के जीवन पर बनी इस फिल्म के रिलीज होने के तय समय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख भी किया था। फिल्म के निर्माता का कहना है कि यह फिल्म पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के जीवन और संघर्षों से ‘प्रेरित’ है।
भाजपा ने इसे बनर्जी का पाखंड बताया था क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी फिल्म का विरोध किया था।
बंगाली भाषा में बनी इस फिल्म में एक राजनीतिक नेता की मुख्य भूमिका अभिनेत्री रूमा चक्रवर्ती ने निभाई है और इसके ट्रेलर में उनके समर्थक उन्हें ‘दीदी’ बुला रहे हैं। वह फिल्म के ट्रेलर में ज्यादातर समय सफेद कपड़े में गरीबों और किसानों के अधिकारों के लिए लड़ती नजर आ रही हैं। विपक्षी दलों ने इस फिल्म को ‘प्रोपेगेंडा’ बताया है।
फिल्म के निर्माण से जुड़े लोगों का कहना है कि यह तृणमूल कांगेस के जीवन और राजनीतिक यात्रा से सिर्फ प्रेरित है। फिल्म के रिलीज होने की तय तारीख तीन मई है। इससे पहले चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी फिल्म के रिलीज पर चुनाव पूरे होने तक रोक लगा दी है।