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jannayak janata party leader dushyant chautala poll campaign in hisar-मैं आपके हर कदम पर आपके सुख-दुख का साथी : दुष्यंत चौटाला - Sabguru News
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मैं आपके हर कदम पर आपके सुख-दुख का साथी : दुष्यंत चौटाला

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मैं आपके हर कदम पर आपके सुख-दुख का साथी : दुष्यंत चौटाला

हिसार/चंडीगढ़। हिसार लोकसभा क्षेत्र से जेजेपी और आप गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मै सपनों का सौदागर नहीं, आपके सुख-दुख का साथी हूं। झूठे सपने दिखाना मेरी फितरत नहीं है, जमीन से जुड़ कर हिसार लोकसभा क्षेत्र में नए विजन के साथ धरातल पर काम मैंने काम करके दिखाया है।

जेजेपी-आप गठबंधन प्रत्याशी ने बरवाला हलके के गांव डाबड़ा में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश एवं प्रदेश में पिछले पांच वर्षों के भाजपा के राज के दौरान एक व्यक्ति विशेष के गुणगान से ज्यादा आम जनता की भलाई के लिए कुछ भी नहीं किया जा सका। भाजपा नेता सपने बेचते हैं और जगह और वक्त के हिसाब से अपने रंग और बोल बदलने का काम करते हैं।

हरियाणा और मेरे अपने हिसार लोकसभा क्षेत्र में विकास के दावों के शोर के बीच सवा दो सौ से ज्यादा गांवों में आज भी लोग खेती और पीने के पानी की हर बूंद को तरसते हैं। पीने के पानी की खराब गुणवत्ता की वजह से लोग कैंंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों का शिकार होकर काल का ग्रास बन रहे हैं। इसी संकट से पार पाने के लिए हमने अपने लोकसभा क्षेत्र के 238 ग्राम पंचायतों को पीने के पानी के टैंकर उपलब्ध करवाए।

स्वास्थ्य विभाग और केंद्र सरकार फॉगिंग मशीन जैसी छोटे से छोटी चीज भी लोगों को उपलब्ध नहीं करवा पाई। दुष्यंत ने कहा कि मलेरिया और डेंगू जैसे रोग जब लोगों की जान लेने लगे, तो मैने अपनी सांसद निधि से डेढ़ सौ से ज्यादा फॉगिंग मशीने ग्राम पंचायतों को उपलब्ध करवाई।

मैं इतनी छोटी चीजों का जिक्र आपके सामने इसलिए कर रहा हूं कि आप हालात की गंभीरता को समझ सकें और यह समझ सकें कि केंद्र और प्रदेश सरकार गरीब, देहात और शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों की जरूरतों और मुश्किलात को लेकर किस हद तक संजीदा है।

मैंने सांसद की हैसियत में हरियाणा प्रदेश के किसान, गरीब, मजदूर, कमेरे, व्यापारी और कर्मचारी वर्ग से जुड़ी हर समस्या को समाधान तक पहुंचाने की गंभीर कोशिशें की है, जोकि काफी हद तक सार्थक भी साबित हुई। हिसार लोकसभा क्षेत्र में ग्रामीण विकास को लेकर गांव की चौपालें, सड़कें, तालाब, चबूतरे, लाइब्रेरी और अस्पतालों में आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था के लिए मैने अपनी सांसद निधि का भरपूर इस्तेमाल किया है।

सांसद चौटाला बुधवार को अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान बरवाला हलके के विभिन्न गांवों में ग्रामीण जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान सांसद चौटाला ने कहा कि अगर काम करने की सही नीति व नियत हो तो विपक्ष में रहते हुए भी बेहतर तरीके से कार्य कराया जा सकता है। वे भाजपा नेताओं की तरह सपने नहीं बेचते, बल्कि काम को कराने में विश्वास रखते है।

हलके के लोग खुद इस बात के गवाह हैं कि पिछले पांच साल के दौरान हिसार के कितने गांवों की ढाणियां रोशन हुई और कितने गांवों में सांसद निधि से अन्य विकास कार्य हुए। सांसद चौटाला ने कहा कि आज चुनावों के समय आपके बीच अन्य विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार भी आकर सपने दिखाने का काम करेंगे, लेकिन यह आपको तय करना है कि आप सपने दिखाने वाला या काम करने वाले में से कौन सा उम्मीदवार चाहते हैं।

जब दुष्यंत चौटाला अपने कार्यकर्ता से मिलने जा पहुंचे खेतों में

अपने चुनावी जनसंपर्क अभियान के दौरान बरवाला हलके के विभिन्न गांवों में आयोजित नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करने के अपने कार्यक्रम के दौरान जब दुष्यंत चौटाला गांव मय्यड़ में पहुंचे। सभा को संबोधित करने के बाद दुष्यंत ने वहां उन्हें अपने कार्यकर्ता सत्यावान के बारे में पूछा। उपस्थित लोगों ने बताया कि सत्यवान तो खेतों में लावणी कमा रहा है। दुष्यंत अपनी गाड़ी में बैठ अगले गांव में सभा करने चल पड़े।

रास्ते में गाड़ी में ही एक पदाधिकारी ने सड़क के साथ लगते ही खेत की इशारा करते हुए दुष्यंत को बताया कि यह है सत्यवान का खेत। दुष्यंत ने तुरंत गाड़ी रूकवाई और चल पड़े खेत में काम कर रहे सत्यवान से मिलने। गाड़ी का काफिला सड़क पर रूका देख देख सत्यवान ने भी गेहूं कटाई का अपना काम छोड़ दिया। सांसद दुष्यंत को अपने खेत में देख एक बार तो किसान भी अंचभित रह गया और बोला -एमपी साहब आपने यहां आने का कष्ट क्यों किया।

दुष्यंत बोले कि मैं तो तेरी और फसल की खैर-खबर लेने आया हूं। उन्होंने पूछा कि पिछले दिनों आए अंधड़ और ओलावृष्टि में फसलों में कितना नुकसान हुआ। किसान ने बताया कि साहब जी नुकसान तो बहोत हो लिया जी पर अब बची फसलां न जै टैम प नहीं संभाला त या बचैड़ी फसल भी खराब हो ज्यागी जी। दुष्यंत ने कहा कि सत्यवान पहले तो अपणी फसल संभाल लै, दाणै काढ़ कै न इलेक्सनां में जुट ज्या। इतना कहते ही दुष्यंत चौटाला ने राम-राम की और अपनी गाड़ी की ओर बढ़ गए।