नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी सांसद सुब्रमण्यम् स्वामी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा पर जेट एयरवेज को स्पाइसजेट के हाथों कौड़ियों के दाम बेचने की साजिश का आरोप लगाया है।
स्वामी ने गुरुवार को एक ट्वीट में लिखा कि मैं नमो (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) से अपील करता हूं कि वे जेटली और जयंत सिन्हा को जेट एयरवेज को स्पाइसजेट के हाथों बेचने के प्रयासों से बाज आने की हिदायत दें। इस मामले में पक्षपात और सरकारी पद के दुरुपयोग की बू आ रही है जिससे भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान होगा।
इससे पहले बुधवार रात स्वामी ने नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को इस संदर्भ में एक पत्र लिखा था। उसमें उन्होंने जेटली या सिन्हा का नाम लिए बिना लिखा कि स्पाइसजेट और विस्तारा जैसी निजी विमान सेवा कंपनियों द्वारा जेट एयरवेज की उड़ानें बंद होने का फायदा उठाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें उन्हें मंत्रिमंडल में आपके कुछ साथियों और अधिकारियों का भी समर्थन मिल रहा है जिनके नाम मैं आपको व्यक्तिगत मुलाकात में बता सकता हूं।
इस पत्र में उन्होंने जेट एयरवेज का सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया में विलय करने की सलाह दी है। उन्होंने प्रभु से आग्रह किया है कि वे इसके लिए मंत्रिमंडल में अनुशंसा करें।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय संकट से जूझ रही निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज ने गत 17 मार्च की रात से अपनी सभी उड़ानें बंद करने की घोषणा की थी। उसके स्लॉट अस्थायी रूप से दूसरी एयरलाइंस को दिए जा रहे हैं।
वेतन नहीं मिलने के कारण उसके कई पायलट, अभियंता और अन्य कर्मचारी दूसरी विमान सेवा कंपनियों में जा रहे हैं। जेट एयरवेज की बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने की इस होड़ में किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट सबसे आगे है।