कोलंबो। श्रीलंका में राष्ट्रीय और सार्वजनिक सुरक्षा को देखते हुए देश में बुर्का और हिजाब पहनने पर रोक लगा दी गई है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने सोमवार को कहा कि उन्होंने आपातकालीन अधिकारों के तहत यह कदम उठाया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका में हुए हमले के सप्ताह भर बाद यह फैसला लिया गया। फैसले में स्पष्ट किया गया है कि किसी भी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के लिए उसके चेहरे का दिखना जरुरी है।
इससे पहले सरकार ने कहा था कि जब तक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की इस्लामिक मौलवियों के साथ बातचीत नहीं हो जाती तब तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया जा सकता, लेकिन राष्ट्रपति ने समाज में शांति स्थापित करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है। यह फैसला किसी भी प्रकार से किसी समुदाय विशेष को असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं लिया गया है।
पुलिस ने पिछले 24 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों से कुल 48 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो वांछित भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार ने रविवार को दो आतंकी समूह नेशनल तवहिद जमात (एनटीजे) और जमात-ए मिलातू इब्राहिम पर प्रतिबंध लगाया था।