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Lok Sabha elections 2019 : more than 65 percent voting in Madhya Pradesh-लोकसभा चुनाव : मध्यप्रदेश में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान - Sabguru News
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लोकसभा चुनाव : मध्यप्रदेश में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान

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लोकसभा चुनाव :  मध्यप्रदेश में  65 प्रतिशत से अधिक मतदान

भोपाल। मध्यप्रदेश में छह लोकसभा सीटों के लिए आज मतदान के दौरान एक करोड़ पांच लाख से अधिक मतदाताओं में से पैंसठ प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने गर्मी की परवाह किए बगैर वोट डाले। आज ही छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए भी मतदान हुआ है। मतदान निर्विघ्न रूप से संपन्न हो गया।

शाम छह बजे तक मिली सूचनाओं के अनुसार छह संसदीय क्षेत्रों में औसतन 65 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज हुआ। सबसे अधिक लगभग 73 प्रतिशत मतदान छिंदवाड़ा में हुआ। इसके अलावा बालाघाट में 69 प्रतिशत, मंडला में 67 प्रतिशत, शहडोल में 66 प्रतिशत, जबलपुर में 64 प्रतिशत और सीधी में 56 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। हालांकि अभी अंतिम आकड़े आना बाकी है।

छह लोकसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ पांच लाख से अधिक और छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 63 हजार से अधिक है। मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। बालाघाट जिले के नक्सली प्रभावित तीन क्षेत्रों बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान चार बजे संपन्न हुआ।

लोकसभा चुनाव के मध्यप्रदेश के पहले चरण में छह संसदीय क्षेत्र सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा तथा छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। मतदान वाले क्षेत्रों से यहां पहुंची खबराें के अनुसार भीषण गर्मी के बावजूद मतदाताओं में उत्साह दिखायी दिया। सीधी में अपेक्षाकृत कम मतदान के मायने भी निकाले जाएंगे।

छह संसदीय क्षेत्रों में कुल 13 हजार 491 मतदान केन्‍द्रों पर मतदान हुआ। छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए लगभग तीन सौ मतदान केंद्र हैं। छह संसदीय क्षेत्रों में कुल 108 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सीधी में 26, शहडोल 13, जबलपुर 22, मंडला 10, बालाघाट 23 और छिन्दवाड़ा में 14 प्रत्याशी हैं। छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिये कुल 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

पहले चरण में कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, जहां पर वरिष्ठ नेता कमलनाथ की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। उनके पुत्र नकुलनाथ कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वहां उनका मुकाबला भाजपा के नत्थन शाह से है।

इसके अलावा छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका सामना भाजपा के विवेक साहू से है।
सीधी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अजय सिंह का मुकाबला भाजपा की वर्तमान सांसद रीति पाठक से और शहडोल (अजजा) में कांग्रेस की प्रमिला सिंह का भाजपा की हिमाद्री सिंह से मुख्य मुकाबला है।

जबलपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ता विवेक तन्खा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के बीच भी कांटे की टक्कर है। इसी क्रम में बालाघाट में कांग्रेस के मधु भगत और भाजपा के ढाल सिंह बिसेन तथा मंडला (अजजा) में कांग्रेस के कमल मरावी और भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बालाघाट में वर्तमान सांसद बोध सिंह भगत भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में डटे हैं।

मध्यप्रदेश में कुल चार चरणों में चुनाव होने हैं। लोकसभा के देशव्यापी पांचवें और राज्य के दूसरे चरण में सात लोकसभा क्षेत्र टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा, खजुराहो, होशंगाबाद और बैतूल लोकसभा क्षेत्र में छह मई को मतदान होगा। छठवें चरण में आठ संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ में मतदान तिथि 12 मई है। सातवें और अंतिम चरण में आठ लोकसभा क्षेत्रों देवास, उज्जैन, इंदौर, धार, मंदसौर, रतलाम, खरगोन और खंडवा में 19 मई को मतदान होगा। मतगणना 23 मई को होगी।

प्रथम चरण के मतदान के दौरान लगभग 60 हजार मतदान कर्मियों को तैनात किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के लिये केन्द्रीय सुरक्षा बल की कुल 85 और राज्य सशस्त्र बल की 38 कम्पनियां तैनात रहीं। इसके साथ ही जिला बल, होमगार्ड एवं विशेष पुलिस अधिकारी मिलाकर कुल 33 हजार पुलिस कर्मी मतदान संबंधी कार्य में तैनात रहे। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 2515 संवेदनशील मतदान केन्द्र चिंहित किए गए।

निर्वाचन के दौरान कुल 2700 से अधिक मतदान केन्द्रों पर वेबकॉस्टिंग / सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की गयी। ईवीएम के परिवहन की निगरानी के लिये प्रत्येक सेक्टर अधिकारी एवं मतदान दलों के वाहन पर जीपीएस ट्रेकिंग सिस्टम लगवाया गया।