हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में ऐतिहासिक इमारत चारमीनार का एक हिस्सा बुधवार की रात टूटकर गिर गया। इमारत का एक हिस्सा गिरने से किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
करीब 428 साल पुरानी इस इमारत के हिस्से के गिरने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। चारमीनार के गुंबद का क्षतिग्रस्त हिस्सा धरोहर परिसर में जोरदार आवाज के साथ गिरा जिसकी हाल ही में मरम्मत की गई थी।
इस हिस्से के गिरने से किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। इमारत का हिस्सा गिरते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद पुलिस को घेराबंदी करनी पड़ी। यहां आसपास कई दुकाने हैं।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने धरोहर के संरक्षक भारतीय पुरात्तत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया।
रिपोर्ट के अनुसार अधिकारी ने इसके पीछे का कारण शहर में हुई बेमौसम बारिश को बताया है। इससे पहले इमारत का एक अन्य हिस्सा भी टूटकर गिर चुका है। जिससे इसकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां दुनियाभर के पर्यटक रोजाना आते हैं। देश-विदेश में इसी इमारत ने हैदराबाद की एक अलग पहचान बनाई है।
बताया जा रहा है कि हाल ही में हैदराबाद के पुरातत्व विभाग ने चारमीनार की मरम्मत कराई है। लगातार इमारत को नुकसान पहुंच रहा है। चारमीनार का निर्माण साल 1591 में कुतुब शाही साम्राज्य के पांचवे शासक सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने कराया था। ये इमारत 160 फीट ऊंची है।