भोपाल । मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज यहां कर्जमाफी समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की कमलनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए एक आरोपपत्र जारी किया, जिसमें अनेक आरोपों का जिक्र है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, वरिष्ठ नेता प्रभात झा और प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता में आरोपपत्र जारी किया। इसमें आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस सरकार ने किसानों के साथ ही प्रत्येक वर्ग के साथ पौने चार माह में वादाखिलाफी की।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों के ऋण माफ नहीं किए। नौजवान और श्रमिक भी इस सरकार की नीति से परेशान है। बिजली की समस्या भी शुरू हो गयी है। राज्य सरकार ‘तबादला उद्योग’ में व्यस्त रही। सरकार लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे पा रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है।
राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीट हैं। छह सीटों के लिए 29 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हो चुका है। अब सात सीटों के लिए मतदान 6 मई को होगा। शेष सीटों के लिए मतदान क्रमश: 12 और 19 मई को होगा। भाजपा नेताओं ने कहा कि लगभग पौने चार माह में कांग्रेस सरकार कुछ नहीं कर पायी और लोकसभा चुनाव के नतीजों से उनके आरोपों की पुष्टि हो जाएगी। चौहान ने दावा किया कि राज्य में लोकसभा चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में आएंगे।