अजमेर। राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की महाना छठी आज उनकी दरगाह में परम्परागत तरीके से मनाई गई।
पवित्र रमजान माह के छठे दिन पड़ी ख्वाजा की महाना छठी पर अकीदतमंदों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। छठी के कार्यक्रम की शुरुआत सुबह नौ बजे फातहा के साथ हुई, जिसमें खुद्दाम-ए-ख्वाजा ने दरगाह शरीफ स्थित आहाता नूर में धार्मिक रस्मों को निभाया गया।
करीब एक घंटे तक चले इस छठी के कार्यक्रम के दौरान ख्वाजा साहब की शिक्षाओं का बखान किया गया। साथ ही रमजान के दौरान रोजा रखने के महत्व को समझाते हुए कहा गया कि रोजेदार को अपनी परिस्थितियों के अनुसार इबादत तथा गुनाहों की माफी के लिए खुदा से दुआ करनी चाहिए। छठी के समापन के मौके पर मुल्क सहित पूरे विश्व में अमन, चैन एवं खुशहाली के लिए दुआ की गई।
रमजान के मद्देनजर अपेक्षाकृत कम जायरीन छठी में भाग लेने दरगाह शरीफ पहुंचे। खादिम समुदाय की ओर से अकीदतमंदों में तबर्रुक तकसीम किया गया।