अजमेर। संस्कृति स्कूल में सोमवार से तीन दिवसीय हार्टफलनेस ध्यान सत्र आरम्भ हुआ। इसमें जीवन में संतुलन की स्थापना में ध्यान के योगदान पर चर्चा की गई।
संस्कृति स्कूल के प्रिंसीपल लैफ्टेनेंट कर्नल एके त्यागी ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्थान के द्वारा विद्यालय में तीन दिवसीय ध्यान सत्र का आरम्भ किया गया। इसमें प्रथम दिवस ध्यान के माध्यम से संतुलन स्थापना पर चर्चा की गई।
सत्र के दौरान हार्टफुलनेस संस्थान के अजमेर केन्द्र प्रभारी शैलेष गौड ने कहा कि जीवन के विभिन्न पक्षों में आपसी संतुलन की ध्यान के द्वारा स्थापना की जा सकती है। मानव जीवन के मुख्य रूप से दो पक्ष भौतिक एवं आध्यात्मिक होते हैं।
इन्हें पक्षी के दो पंखों के रूप में देख सकते हैं। दोनों पंखों के बराबर कार्य करने से पक्षी उड़ान भर सकता है। इसी प्रकार भौतिक एवं आध्यात्मिक जीवन में संतुलन स्थापित होने से ही मानव अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान के आपाधापी एवं तनावयुक्त जीवनशैली में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। ध्यान के माध्यम से व्यक्ति अपना संतुलन बना सकता है। नियमित रूप से ध्यान करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। ध्यान से प्राप्त होने वाली ऊर्जा कार्यक्षमता में वृद्धि करती है। इस अवसर पर प्रशिक्षक अमिन्दर कौर मैक, गिरीश गुप्ता एवं ब्राइटर माईंड की नेहा कपूर ने सेवाएं दी।