शिमला। देश में सातवें और अंतिम चरण के आम चुनावों के तहत हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों के लिए आज हुये चुनाव में शाम छह बजे मतदान का समय समाप्त होने तक 66 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया जो वर्ष 2004 से लेकर 2014 तक हुए चुनावों के मतदान आंकड़े से अधिक है।
राज्य में इससे पहले वर्ष 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में क्रमश: 59.71 प्रतिशत, 58.43 प्रतिशत और 64.45 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह इस बार अभी तक के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गत 15 साल का रिकार्ड टूट गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार मतदान केंद्रों पर अभी भी मतदाताओं की कतारें लगी हुई हैं तथा इन सभी के मतदान करने के बाद मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। मतदान शांतिपूर्ण रहा तथा इस दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सुबह मतदान शुरू होने के समय राज्य में नौ इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों(इवीएम) के खराब होने की सूचना मिली जिन्हें तुरंत बदल दिया गया।
राज्य के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हाल की ओलावृष्टि, हिमपात और बारिश के कारण शीतलहरी के बावजूद मतदाताओं विशेषकर पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं में मतदान के प्रति काफी उत्साह देखा गया। राज्य में सुबह से ही बड़ी संख्या में मतदाताओं का मतदान केंद्रों पर पहुंचना शुरू हो गया था।
अभी तक के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में 61.67 प्रतिशत, मंडी में 67.32 प्रतिशत, हमीरपुर 68.82 प्रतिशत और शिमला में 67.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। राज्य में 18 निर्दलीयों समेत कुल 45 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का इस चुनाव में फैसला होना है। मतगणना 23 मई को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सिराज विधानसभा क्षेत्र में भराड़ी के मुरहाग स्कूल मतदान केंद्र के बूथ संख्या 36 में परिवार सहित मतदान किया और सभी चारों सीटें जीतने का दावा किया। केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नढडा ने बिलासपुर में परिवार सहित मतदान किया।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से पार्टी और निवर्तमान प्रत्याशी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर, उनके पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल तथा परिवार के सदस्यों ने साथ मतदान किया। श्री धूमल ने इस मौके पर कहा कि पार्टी राज्य की सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्च में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की केंद्र में पुन: सरकार बनेगी।
कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी किशन कपूर ने पत्नी रेखा कपूर तथा बेटा-बेटी के साथ धर्मशाला के केंडी बूथ में मतदान किया। इसी क्षेत्र से निवर्तमान सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पालमपुर में, मंडी संसदीय क्षेत्र से पार्टी के निवर्तमान सांसद राम स्वरूप शर्मा ने जोगिंदरनगर के जलपेहड़ के बूथ संख्या 105 में परिवार के सदस्यों के साथ मतदान किया। शिमला से प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने शिमला तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ऊना जिले में तथा विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने नाहन, उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने हमीरपुर में मतदान किया।
मंडी से कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा ने दादा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम, पिता एवं राज्य के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा और परिवार के सदस्यों के साथ मंडी में मतदान किया। पार्टी के शिमला से प्रत्याशी धनीराम शांडिल ने सोलन जिले में बशील मतदान केंद्र में परिवार के साथ मतदान किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने शिमला में लांगवुड सैनिक रैस्ट हाउस मतदान केंद्र में, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विधायक बेटे विक्रमादित्य और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शिमला जिले के रामपुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने परिवार समेत शिमला जिले के कुमारसेन, विद्या स्टोक्स ने शिमला जिले के बारूबाग और विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली में मतदान किया।
आजाद भारत के प्रथम मतदाता शरण सिंह नेगी ने किन्नौर जिले के कल्पा में तथा कांगड़ा जिले के ज्वाली की निक्की देवी(104) और नगरोटा सूरियां में मांजो देवी(114), कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र के मशाक्टी बूथ पर शाड़ी देवी(110), अपर सुलतानपुर बूथ में शमशेर कपूर(105) और बदाह बूथ पर टुल्की देवी(102) ने भी लोकतंत्र के महापर्व में अपनी आहुति डाली। निर्वाचन आयाेग ने इनके लिये विशेष व्यवस्था की थी। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में तथा मनाली के बूथ संख्या-आठ पर बारात जाने से पहले दो दूल्हों ने मतदान किया।
मतदान के लिये कुल 7730 मतदान केंद्र बनाए थे तथा मतदान सुचारू रूप से संचालित करने के 7730 पीठासीन अधिकारी और 23,190 मतदान अधिकारी लगाए गये थे। चुनाव स्वंतत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से कराने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 47 कम्पनियां, लगभग दस हजार पुलिसकर्मी और नौ हजार होमगार्ड के जवान तैनात किये गए थे।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें कांगड़ा संसदीय सीट से शांता कुमार, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, शिमला से वीरेंद्र कश्यप और मंडी से राम स्वरूप शर्मा जीते थे। भाजपा को इस चुनाव में 53.85 प्रतिशत तथा कांग्रेस को 41.87 प्रतिशत मत मिले थे।
राज्य में परम्परागत रूप से इस बार भी मुकाबला मुख्पत: भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा के लिए इस चुनाव में जहां अपना वर्ष 2014 कर प्रदर्शन दोहराने वहीं कांग्रेस के समक्ष भाजपा को रोकने तथा कुछेक सीटें हथिया कर अपनी साख पुन: कायम करने की चुनौती है। भाजपा ने इस बार मंडी और हमीरपुर से अपने निवर्तमान सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है।
मंडी से राम स्वरूप शर्मा फिर से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं हमीरपुर सीट से तीन बार के सांसद और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड(बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर इस बार भी इस सीट से चौका लगाने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी ने कांगड़ा सीट से इस बार श्री शांता कुमार को पुन: टिकट देने के वजाय राज्य के परिहवहन मंत्री किशन कपूर तथा शिमला सीट से निवर्तमान सांसद र्वीरेंद्र कश्यप की जगह श्री सुरेश कश्यप को टिकट दी है।
वहीं कांग्रेस ने राज्य की सभी चारों लाेकसभा सीटों पर नए चेहरे मैदान उतारे हैं। मंडी सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पौत्र और राज्य के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के पत्र आश्रय शर्मा को टिकट दिया है। श्री शर्मा पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2014 में पार्टी ने यहां से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को टिकट दिया था लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार से चुनाव हार गईं थीं।
उधर, कांगड़ा सीट से पार्टी के विधायक पवन काजल चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से पिछली बार चंद्र कुमार ने चुनाव लड़ा था और पराजित रहे थे। वहीं हमीरपुर लोकसभा सीट से पार्टी ने पांच बार के विधायक रामलाल ठाकुर को टिकट दिया है। हालांकि रामलाल ठाकुर इससे पहले तीन बार हमीरपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और तीनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। शिमला संसदीय सीट से पार्टी ने कर्नल धनीराम शांडिल को टिकट दिया है। पिछले चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के मोहन लाल ने चुनाव लड़ा था और हार गए थे।
बहुजन समाज पार्टी ने भी चारों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है। इनमें कांगड़ा से डा केहर सिंह, मंडी सीट से सेस राम, हमीरपुर से देसराज और शिमला से विक्रम सिंह को टिकट दिया गया है। इनके अलावा ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक द्वारा तीन, राष्ट्रीय आजाद मंच और स्वाभिमान पार्टी दो-दो सीटों तथा मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया, अम्बेडकर राइट पार्टी ऑफ इंडिया, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, सत्य बहुमत पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, नवभारत एकता दल और हिमाचल जनक्रांति पार्टी भी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। अब देखना है कि 23 मई को मतगणना के बाद किन उम्मीदवारों की संसद में पहुंचने की राह तय होगी।