Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
Mukul Roy's son Shubhanshu Rai will join BJP including supporters - मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु राॅय समर्थकों सहित भाजपा में शामिल होंगे - Sabguru News
होम Headlines मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु राॅय समर्थकों सहित भाजपा में शामिल होंगे

मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु राॅय समर्थकों सहित भाजपा में शामिल होंगे

0
मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु राॅय समर्थकों सहित भाजपा में शामिल होंगे
Mukul Roy's son Shubhanshu Rai will join BJP including supporters
Mukul Roy's son Shubhanshu Rai will join BJP including supporters
Mukul Roy’s son Shubhanshu Rai will join BJP including supporters

कोलकाता । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के थिंक टैंक मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु राॅय अपने समर्थकों समेत भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से निलंबित शुभ्रांशु के साथ कुछ विधायक और पार्षद भी मंगलवार को नयी दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। नयी दिल्ली रवाना होने से पहले शुभ्रांशु ने संवाददाताओं से कहा कि वह अब जो भी कहेंगे, दिल्ली में कहेंगे। सूत्रों के मुताबिक उत्तर और दक्षिणी बंगाल से कुछ विधायकों तथा कंचरापाड़ा, हालिसहर और नैहाटी के 32 मौजूदा पार्षद शुभ्रांशु के साथ हैं।

उल्लेखनीय है कि शुभ्रांशु को उनके उस खुलासे के बाद 24 मई को तृणमूल कांग्रेस से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बैरकपुर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को बीजपुर निर्वाचन क्षेत्र से बढ़त नहीं दिला सकते। बैरकपुर से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने चुनाव जीता है।

शुभ्रांशु ने कहा, “मुझे अपने पिता की योग्यता और राजनीतिक समझबूझ पर गर्व है। वह तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और वही बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी को समाप्ति पर ले जायेंगे।”

इस बीच मौजूदा घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में मुकुल रॉय ने कहा, “उनके पुत्र अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर किसी निर्णय के लिए खुद समझदार हैं। उनके अगले कदम के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।” उन्होंने कहा कि उनके पुत्र अपनी खुद की विश्वसनीयता के साथ विधायक निर्वाचित हुए हैं तथा वह अन्य तृणमूल कांग्रेस विधायकों की तुलना में अधिक सक्षम हैं।