सब कुछ ठीक ठाक चलने के बावजूद अकारण ही पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका में कई बार अनबन भी हो जाती है। यूं तो कहा जाता है कि जहां प्रेम होता है वहीं तकरार भी होती है लेकिन कभी-कभी यह छोटी सी तकरार बड़ा रूप ले लेती है। पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच मनमुटाव अधिक हो जाता है और कई बार इसका परिणाम उनके रिश्ते को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इस समस्या से बचने के लिए नीचे एक मंत्र दिया गया है। यदि इसका विधि-विधान से जप किया जाए तो पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच कभी अनबन नहीं होगी साथ ही प्रेम और प्रगाढ़ होता जाएगा।
आकर्षण मंत्र:
अक्ष्यौ नौ मधुसंकाशे अनीकं नौ समंजनम्।
अंत: कृणुष्व मां ह्रदि मन इन्नौ सहासति।।
कैसे करें मंत्र जाप
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर एकांत स्थान पर कुश का आसन लगाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके उस पर बैठ जाएं। अब सामने मां पार्वती का चित्र स्थापित कर उसका पूजन करें। इसके बाद इस मंत्र का यथाशक्ति या कम से कम 21 बार जप करें। कुछ ही दिनों में आपको इस मंत्र का असर दिखने लगेगा। अगर किसी कारणवश आप इस मंत्र का जप नहीं कर सकते तो यह जप किसी ब्राह्मण द्वारा भी करवाया जा सकता है।
पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका को वश में करने के टोटके
1 सफेद गुंजा की जड़ को घिस कर माथे पर तिलक लगाने से सभी लोग वशीभूत हो जाते हैं।
2 यदि सूर्य ग्रहण के समय सहदेवी की जड़ और सफेद चंदन को घिस कर व्यक्ति तिलक करे तो देखने वाली प्रेमी वशीभूत हो जाएगी।
3 राई और प्रियंगु को ‘ह्रीं’ मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके प्रेमी के ऊपर डाल दें तो वह वश में हो जाएगी।
4 शनिवार के दिन सुंदर आकृति वाली एक पुतली बनाकर उसके पेट पर इच्छित प्रेमी का नाम लिखकर उसी को दिखाएं जिसका नाम लिखा है। फिर उस पुतली को छाती से लगाकर रखें। इससे प्रेमी वशीभूत हो जाएगी।
5 बिजौरे की जड़ और धतूरे के बीज को प्याज के साथ पीसकर प्रेमी को सुंघाया जाए वह वशीभूत हो जाएगा।
6 नागकेसर को खरल में कूट छान कर शुद्ध घी में मिलाकर यह लेप माथे पर लगाने से वशीकरण की शक्ति उत्पन्न हो जाती है।
7 नागकेसर, चमेली के फूल, कूट, तगर, कुंकुंम और देशी घी का मिश्रण बनाकर किसी प्याली में रख दें। लगातार कुछ दिनों तक नियमित रूप से इसका तिलक लगाते रहने से वशीकरण की शक्ति उत्पन्न हो जाती है।