भुवनेश्वर । बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख नवीन पटनायक ने बुधवार को यहां एक्जीबिशन ग्राउंड में लगातार पांचवीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही उन्होंने ओडिशा के राजनीतिक इतिहास में एक रिकॉर्ड बना लिया है।
राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने एक विशेष समाराेह में पटनायक को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण समारोह पहली बार राजभवन से बाहर आइडीसीओएल एक्जीबिशन ग्राउंड में आयोजित किया गया। पटनायक के मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद सरकार के 11 कैबिनेट मंत्रियों और नौ राज्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर पांचवीं बार शपथ लेने वाले पटनायक को बधाई दी।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “नवीन पटनायक जी को ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में उन्हें और उनकी टीम को शुभकामनाएं। मैं ओडिशा की प्रगति के लिए केंद्र से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देता हूं।” यहां एक्ज़ीबिशन ग्राउंड में शपथग्रहण समारोह के दौरान मशहूर लेखिका और पटनायक की बहन गीता मेहता भी मौजूद रहीं। पटनायक के साथ उनके 20 मंत्रियों ने भी शपथ ली। पटनायक ने ओडिशा में लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड बनाया है।
इसके साथ ही राज्य के नौ मंत्रियों ने आज शपथ ली जिसमें से आठ नये चेहरे हैं जबकि पिछली सरकार का एक मंत्री इसमें शामिल है। श्री पटनायक और कैबिनेट मंत्री रणेन्द्र प्रताप स्वांई ने अंग्रेजी में शपथ ली, कैबिनेट मंत्री सुदामा मरांडी ने संथाली भाषा में शपथ ली और शेष मंत्रियाें ने ओडिया भाषा में शपथ थी।
पटनायक ने शपथ ग्रहण समारोह में माेदी, ओडिशा के सभी सांसदों, सभी विधायकों के अलावा अन्य दलों के वरिष्ठ राजनेताअों और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया था। उल्लेखनीय है बीजू जनता दल दो-तिहाई बहुमत के साथ लगातार पांचवीं बार चुनाव जीती है। बीजद ने ओडिशा की 146 विधानसभा सीटों में से 112 सीटों पर जीत हासिल की है। ओडिशा में 147 विधानसभा सीटें हैं लेकिन एक उम्मीदवार की मृत्यु होने और बाद में चक्रवात तूफान फोनी के कारण केंद्रापाड़ा जिले की पाटकुरा विधानसभा सीट पर चुनाव टाल दिया गया था।
इसके साथ ही 11 कैबिनेट मंत्रियों ने भी आज शपथ थी। जिनमें विक्रम केशर अरुख, प्रफल्ल कुमार मलिक, रंजन पुजारी, प्रताप कुमार जेना पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थे। अरुण कुमार साहू जिन्हें पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री पद से हटा दिया गया था, उनको मंत्रिमंडल में वापस रखा गया है। इसी प्रकार पद्मानव बेहेरा पटनायक सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे।
सुदामा मरांडी ने इससे पहले राज्यमंत्री के रूप में कार्य किया है और इस बार उन्हें कैबिनेट पद दिया गया है। सुशांत सिंह इससे पहले पिछली सरकार में राज्यमंत्री थे और उन्हें भी इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। नाबा किशोर और टुकुनी साहू को पहले मौके में ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया है दोनों बड़े भाग्यशाली है। दास झारसुगुडा विधानसभा से मौजूदा विधयक थे जो चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर बीजद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े और उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद मिला। दूसरी ओर साहू पश्चिम ओडिशा में टिटलागढ से दो बार विधायक रह चुकी है वह केवल एक मात्र महिला है जिन्हें कैबिनेट में लिया गया है।