नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल में दूसरी बार जगह पाने वाले किरेन रिजिजू को पूर्वोत्तर में सरकार और भारतीय जनता पार्टी का चेहरा माना जाता है। तीसरी बार लोकसभा पहुंचे रिजिजू पिछली सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे। वह ‘पूर्वोत्तर की आवाज’ भी माने जाते हैं।
पेशे से वकील रिजिजू का जन्म 19 नवम्बर 1971 को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी पूर्वी कामेंग जिले के नफ्रा में हुआ। बौद्ध धर्म के अनुयायी रिजिजू के परिवार में पत्नी रीना रिजिजू और दो बेटे और दो बेटियां हैं।
वह चौदहवीं और सोलहवीं लोकसभा के भी सदस्य रहे हैं। उनके पिता का नाम रिन्चिन खारु और माता का नाम चिरई रिजिजू है। उनके पिता अरुणाचल प्रदेश की प्रथम विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष थे।
रिजिजू अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। वह राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा ले चुके हैं। उन्होंने भारतीय युवा और सांस्कृतिक दल के सदस्य के तौर पर कई देशों की यात्रा की है। वह कई विदेश जाने वाले कई संसदीय दलों का हिस्सा रहे हैं।
उन्होेंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज महाविद्यालय से स्नातक की डिग्र्री ली हैं। उन्होेंने दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि विभाग से विधि स्नातक (एलएलबी) की डिग्री हासिल की।