पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के गठन के बाद आज पहली बार नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया और जनता दल यूनाईटेड के आठ सदस्यों को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में जदयू के नरेंद्र नारायण यादव, संजय झा, डॉ. अशोक कुमार चौधरी, रामसेवक सिंह, श्याम रजक, नीरज कुमार, लक्ष्मेश्वर राय और बीमा भारती को मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नीतीश मंत्रिमंडल में जिन आठ नेताओं ने आज मंत्री की शपथ ली है, उनमें तीन नीरज कुमार, संजय झा और डॉ. अशोक कुमार चौधरी विधान परिषद् के सदस्य हैं। वहीं, नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के आलमनगर विधानसभा क्षेत्र, बीमा भारती पूर्णिया के रूपौली, रामसेवक सिंह गोपालगंज के हथुआ, श्याम रजक पाटलीपुत्र के फुलवारीशरीफ और लक्ष्मेश्वर राय मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के लौकहा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में चार ऐसे नेता शामिल हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। इनमें विधान पार्षद् संजय झा एवं नीरज कुमार तथा विधायक रामसेवक सिंह एवं लक्ष्मेश्वर राय शामिल हैं। वहीं, नरेंद्र नारायण यादव, डॉ. अशोक कुमार चौधरी, बीमा भारती और श्याम रजक इससे पूर्व भी नीतीश मंत्रिमंडल के सदस्य रह चुके हैं।
इस बार के लोकसभा चुनाव में मुंगेर से जदयू के विजयी सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जल संसाधन मंत्री, मधेपुरा से जदयू के दिनेश चन्द्र यादव ने आपदा प्रबंधन मंत्री, हाजीपुर (सु) से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के पशुपति कुमार पारस ने पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है।
इससे पहले मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड से संबंधित मामले में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के घर पर छापेमारी के दौरान अवैध हथियार मिलने के कारण श्रीमती वर्मा को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। इससे रिक्त हुये मंत्री पद के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है।
इस मौके पर राज्यपाल लालजी टंडन के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति हारून रशीद, हाजीपुर (सुरक्षित) से नवनिर्वाचित सांसद एवं बिहार के पूर्व पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस, मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के अलावा मंत्रिमंडल के कई अन्य सदस्य एवं विधायक उपस्थित थे।
गौरतलब है कि जुलाई 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ कर भारतीय जनता पार्टी के साथ राजग की सरकार बनाई थी।