नयी दिल्ली । केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार को केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। मुंडा आज सुबह अपने कार्यालय पहुंचे और मंत्रालय के सचिव दीपक खांडेकर ने उनका स्वागत गुलदस्ता भेंट कर किया। इस अवसर पर मंत्रालय की वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
बाद में मुंडा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी प्राथमिकता सरकार की आदिवासी समाज के लिए बनाई गई नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने की होगी। उन्होंने कहा कि जंगल की जमीन और संसाधनों पर आदिवासियों का हक कोई नहीं छीन सकता है। मुंडा ने जोर देकर कहा कि नीति निर्धारण की प्रक्रिया में आदिवासी समाज को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नीतियां बनाने और उन्हें लागू करने में आदिवासी समाज की सलाह ली जाएगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों से आदिवासी समाज की आय में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उनका कौशल विकास किया जा रहा है। सरकार आदिवासी युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। जंगल में पैदा होने वाले उत्पादों का मूल्यवर्धन करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इससे उनको स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिल सकेगा और उनका प्रयास पलायन रुकेगा।