हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राज्य में कांग्रेस के 18 विधायकों में से 12 विधायकों की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति में शामिल होने की अर्जी को विधानसभा अध्यक्ष पोचराम श्रीनिवास रेड्डी ने स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही इन विधायकों का टीआरएस में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है।
कांग्रेस के 12 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर खुद का टीआरएस में विलय करने की अपील की थी। विधानसभा के सचिव डॉ. वी. नरसिम्ह चार्युलू ने गुरुवार रात बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने पाया है कि टीआरएस में विलय की अर्जी देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या राज्य में पार्टी की कुल विधायकों की संख्या की दो तिहाई है और ये लोग भारतीय संविधान की दसवीं अनुसूची के पैरा चार के अनुसार खुद का टीआरएस में विलय कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इन विधायकों की सीट अब विधानसभा में टीआरएस विधानमंडल के सदस्यों के साथ आवंटित कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि टीआरएस विधानमंडल दल ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया है कि टीआरएस इन विधायकों का विलय अपनी पार्टी में करने के लिए तैयार है और टीआरएस ने इस संबंधन में आवश्य कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
इसके साथ ही कांग्रेस ने विधानसभा में विपक्षी पार्टी का दर्जा खो दिया है क्योंकि उसके विधायकों की संख्या घटकर अब महज छह रह गई है।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीटें जीती थीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी के लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर 18 रह गई थी।