लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के कारणों की पड़ताल करने के साथ उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करेंगे।
पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी वाड्रा मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचेगी और बुधवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पूर्वांचल में 40 लोकसभा सीटों पर दयनीय प्रदर्शन की समीक्षा करेंगी। इसी प्रकार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया लखनऊ में 14 जून को हार के कारणों को टटोलेंगे और नए सिरे से पार्टी की मजबूती के लिए रणनीति बनाएंगे।
इससे पहले वाड्रा का शनिवार को प्रस्तावित प्रयागराज दौरा आखिरी क्षणों में निरस्त हो गया था। रायबरेली में प्रस्तावित करीब सात घंटे की मैराथन बैठक के दौरान वाड्रा 40 संसदीय क्षेत्रों में हारे हुए पार्टी प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों से बात करेंगी।
वाड्रा 11 जून को शाम साढ़े सात बजे फुर्सतगंज हवाई अड्डा पहुंचेगी जहां से वह भुईमऊ अतिथिगृह जाएंगी। रात्रि प्रवास करने के बाद कांग्रेस महासचिव बुधवार सुबह साढे नौ बजे से पूर्वी उत्तर प्रदेश की पार्टी संगठन की बैठकों में हिस्सा लेंगी। कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार विमर्श का यह सिलसिला शाम पांच बजे तक चलेगा। वाड्रा रात नौ बजे दिल्ली वापस लौट जाएंगी।
दूसरी ओर सिंधिया शुक्रवार को लखनऊ आएंगे और सुबह 11 बजे से शाम छह बजकर 20 मिनट के बीच पूर्व सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर हार के कारणों की समीक्षा करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में रायबरेली के तौर पर एकमात्र सीट हासिल हुई थी। इस चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपने गढ़ अमेठी को गंवाना पडा था। उन्हें भाजपा की स्मृति ईरानी ने शिकस्त दी थी।