नयी दिल्ली । केंद्र में नयी सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक से पहले कांग्रेस तथा सहयोगी दलों द्वारा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के साथ यहां बैठक के एजेंडे पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक के एजेंडे पर विचार किया गया। बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी शामिल थे। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मौजूद नहीं थे। बघेल भी बैठक में काफी देर से पहुंचे। बताया जा रहा है कि इससे पहले वह मोदी से मिलने प्रधानमंत्री आवास गये थे।
नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक के प्रमुख एजेंडे में सूखे की स्थिति, कृषि क्षेत्र के संकट, वर्षा जल संचयन और खरीफ फसल की तैयारियों जैसे कई अन्य मुद्दे शामिल हैं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित नीति आयोग की इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ शासित प्रदेशों के उप-राज्यपाल, कई केंद्रीय मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
डॉ सिंह ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ जिन मुद्दों पर चर्चा की उनमें नदियों के पुनरुद्धार के प्रयास, कृषि क्षेत्र के उन्नयन के लिए केंद्र द्वारा नयी पहल करने की जरूरत, वन अधिनियम में संशोधन तथा रक्षा नीति पर विचार करना शामिल है। बैठक के अन्य एजेंडे में आदिवासियों के जीवन में तब्दीली लाने, नक्सली तथा आदिवासी इलाकों के लिए विशेष नीति बनाने और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के बजाय इन क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करना शामिल है।