न्यूयाॅर्क। अमरीका में गोद ली हुई भारतीय मूल की बच्ची की हत्या के दोषी उसके पिता को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
अमरीकी मीडिया के मुताबिक वेसले मैथ्यूज ने अपना अपराध कबूल कर लिया, जिसके बाद सर्वसम्मति से उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। अमरीका के टेक्सास राज्य प्रशासन ने उसे अपनी बेटी शेरीन को घायल कर मारने का दोषी पाया है।
शेरिन मैथ्यूज नामक तीन वर्षीय भारतीय मूल की बच्ची अक्टूबर 2017 में टेक्सास स्थित अपने घर से लापता हो गई थी, जिसके बाद उसे ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया।
वेसले मैथ्यूज ने शेरिन के लापता होने के बाद अपने एक बयान में कहा था कि उसने दूध नहीं पीने पर सजा के तौर पर शेरिन को घर के बाहर खड़ा रखा, उसी दौरान वह लापता हो गई। शेरिन के लापता होने के दो सप्ताह बाद उसका शव एक नाले से बरामद किया गया था।
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान वेसले मैथ्यूज लगातार अपने बयान बदलता रहा इसी कारण उस पर शक गया।
मैथ्यूज ने बाद में अपना बयान बदलते हुए कहा था कि वह जबरन शेरिन को दूध पिला रहा था तभी उसकी दम घुटने से मौत हो गई। उसने कहा था कि वह शेरिन की मौत के बाद काफी डर गया था और उसके शव को एक बैग में लपेटकर घर के पास स्थित एक नाले में फेंक दिया था।
अभियोजकों के मुताबिक मूलरूप से भारत में केरल के रहने वाले वेसले मैथ्यूज ने अक्टूबर 2017 में अपनी बेटी शेरिन की हत्या की थी। उसने 2016 में अपनी पत्नी सीनी मैथ्यूज के साथ शेरिन को बिहार के एक अनाथालय से गोद लिया था। मैथ्यूज का कहना है कि उसने शेरिन को नहीं मारा और उसकी दूध पीते वक्त अचानक मौत हो गई।
अभियोजक पक्ष ने मैथ्यूज की गवाही को एक और झूठ करार दिया है। अदालत का कहना है कि ये असंभव है कि एक तीन साल की बच्ची दूध पी रही हो और उसकी दम घुटने से मौत हो जाए। अदालत का कहना है कि मैथ्यूज झूठ बोल रहा है। बच्ची को मारने के बाद वो डर गया और उसने अपने फोन की लोकेशन बदल दी।
शेरिन का शव मिलने के बाद मैथ्यूज और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसकी पत्नी के खिलाफ कोई सबूत ना मिलने पर उसे रिहा कर दिया गया। मैथ्यूज की एक सगी बेटी भी है।
शेरिन की मौत के मामले ने ना केवल अमरीका बल्कि भारत का भी ध्यान खींचा। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी बच्ची को न्याय मिलने की बात कही थी। शेरिन की मौत के बाद भारत में गोद लेने के नियमों को और भी सख्त कर दिया गया है।