अक्सर ऐसा होता है कि लोग बुखार को हल्के में ले लेते हैं और डॉक्टर से सलाह लिए बिना ही केमिस्ट से ही पेन किलर या फिर बुखार की गोली लेकर संतुष्टि हो जाते हैं। लेकिन ऐसा करना आपके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। आजकल चमकी बुखार पूरे चरम पर है। बिहार में कई बच्चे इस बुखार की भेंट चढ़ चुके हैं। इसलिए एक सामान्य से दिखने वाले बुखार को अनदेखा करना शरीर के लिए घातक हो सकता है । बुखार में शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है और हड्डियों में भी दर्द होने लगता है। कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता। बुखार में डॉक्टरी इलाज तो जरूरी है ही, लेकिन इसके अलावा कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए भी बुखार में राहत मिल सकती है।
बुखार के लक्षण (Symptoms of Fever)
- ठंड लगना
- शरीर में कंपन
- भूख न लगना
- पसीना आना
- शरीर में पानी की कमी
- तनाव
- हाइपरलेजेसिया
- सुस्ती
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
बुखार में शरीर में पानी की कमी हो जाती है और शरीर में मौजूद तरल पदार्थ टॉइलट के जरिए बाहर आ जाते हैं। इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पिए व अन्य तरल पदार्थ लें।
- कई लोग सोचते हैं बुखार से पीड़ित व्यक्ति की बर्फ के पानी से पट्टी करने या फिर उसे ठंडे पानी से नहलाने से शरीर का तापमान कम हो जाएगा। लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। बुखार की स्थिति में मरीज को ठंडे पानी से नहलाने या फिर आइस पैक यूज करने के बजाय हल्के गरम पानी से नहलाएं। इससे शरीर का तापमान सामान्य हो जाएगा।
- बर्तन में पानी, तुलसी के पत्ते और अदरक डालकर 8 मिनट तक उबालें।इस पानी को छानकर एक कप में डाल लें अब इसमें आधा चम्मच शहद मिला लें। दिन में दो बार इसका सेवन करें।
- बगल, गर्दन, पैरो के तलवे और हाथों पर स्पंज बाथ देने से भी काफी फायदा मिलता है।
- बुखार में शराब और कॉफी पीने से बचें क्योंकि इनसे शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।
- बेसिल यानी तुलसी की पत्तियों को बुखार कम करने में कारगर माना गया है। तुलसी में औषधीय गुण होते हैं जिसके कारण इसका इस्तेमाल सर्दी और खांसी-जुकाम के अलावा बुखार और इंफेक्शन के इलाज में किया जाता रहा है। बुखार होने पर रोजाना तुलसी की चाय दिन में दो बार पिएं और उन्हें पानी में उबालकर भी खाएं। इससे बुखार में काफी फायदा होगा।
- एक कप गर्म पानी में लहसुन की एक कली को बारीक काट कर डाल दें फिर10 मिनट के लिए लहसुन को पानी में इसी तरह रहने दें।10 मिनट के बाद पानी को छान लें और पिएं।यह प्रक्रिया दिन में दो बार करें।लहसुन की तासीर गरम होती है और इसमें ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-फंगल तत्व होते हैं जो इंफेक्शन तो दूर रखते ही हैं साथ ही शरीर के तापमान को भी कम करने में मदद करते हैं।
- धनिया पत्ता भी बुखार कम करने में मदद करता है? धनिया पत्ता को सदियों से बुखार, उल्टी और कंपन के इलाज में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके लिए धनिया पत्ता को पानी में उबालकर काढ़े के तौर पर भी लिया जा सकता है। इसके अलावा इसकी चाय बनाकर भी पी जा सकती है। चाय बनाने के लिए एक कप पानी में धनिया पत्ता उबालें फिर इसमें 1 चम्मच शहद और एक नींबू निचोड़ें ले कुछ देर पकने दें और फिर छानकर पी लें। हालांकि ध्यान रहे कि गर्भवती महिलाएं बुखार में धनिया पत्ता की चाय बिल्कुल भी न पिएं, नहीं तो मिसकैरेज हो सकता है।
- एक बर्तन पानी को उबाल कर पानी में मुलेठी, लौंग,तुलसी, काली मिर्च, इलाइची व अदरक डाल दें।करीब तीन मिनट बाद गुड़ डालें।इस मिश्रण को 20 मिनट तक अच्छी तरह पकाएं।20मिनबाद इस काढ़े को एक कप में छान लें।अब गर्मा-गर्म काढ़ा पिएं।इसे रोज सुबह खाली पेट पीना चाहिए।