अजमेर। अजमेर शहर में संचालकों द्वारा बाल वाहिनी सेवा आज बंद करने से बच्चों के साथ साथ अभिभावकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यातायात पुलिस द्वारा शहर में चलाए जा रहे बाल वाहिनियों के सघन जांच अभियान से खफा बाल वाहिनी संचालकों ने अपनी सेवाएं रद्द कर दी। सुबह स्कूली निजी वैन और ऑटो बच्चों को लेने उनके घरों पर नहीं पहुंचे।
अजमेर वैन यूनियन एसोसिएशन के अध्यक्ष मुन मैसी ने आरोप लगाया कि शहर की यातायात पुलिस एवं थाना क्षेत्रों में पुलिस ने स्कूल खुलने के साथ ही एक जुलाई से बाल वाहिनी संचालकों को जांच के नाम पर तंग करना शुरू कर दिया और आए दिन चालान काटने से बाल वाहिनी संचालकों को निरंतर आर्थिक नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके चलते सभी तरह के स्कूली वाहन चालकों मे व्यापक रोष है। इसके विरोध में बाल वाहिनी का संचालन रद्द किया गया है। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 700 से ज्यादा बाल वाहिनी द्वारा दस हजार से ज्यादा बच्चे स्कूल जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अजमेर शहर में 187 बाल वाहिनियों की जांच की गई जिसमें से 109 बाल वाहिनी के चालान काटे गए। जिससे संचालकों में व्यापक रोष एवं आक्रोश है। बाल वाहिनी संचालक ग्यारह बजे पुलिस ज्यादती के खिलाफ जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपेंगे। इस दौरान स्कूल की निजी बसें शहर की सड़कों पर दौड़ती नजर आई।